'...हम ही बनेंगे अपर निदेशक, प्रदेश और नौकरी छोड़ नहीं जा पाओगी' शिक्षिका का आरोप सुन सब हैरान
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रिलीविंग लेटर नहीं मिलने पर शिक्षिका ने डीआइओएस पर रुपये लेने का आरोप लगाया है। उसने शिकायत विभाग के संयुक्त निदेशक व जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद से कर दी। शिक्षिका का आरोप है कि लेटर के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, बांदा। अपने गृह जिले में स्थानांतरण के लिए रिलीविंग लेटर नहीं मिलने पर शिक्षिका ने डीआइओएस पर रुपये लेने का आरोप लगाते हुए शिकायत विभाग के संयुक्त निदेशक व जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद से कर दी। इस पर भड़के डीआइओएस ने शिक्षिका को फोन पर धमकाते हुए कहा कि पैसे वापस ले लो, मंत्री से शिकायत क्यों की। हम ही अपर निदेशक बनेंगे, तब प्रदेश और नौकरी छोड़कर नहीं जा पाओगी।
राजकीय हाईस्कूल जखनी में हिंदी की सहायक अध्यापक आरती मूलरूप से मीरजापुर जिले की निवासी हैं। वर्ष 2021 में उनकी नियुक्ति बांदा में हुई थी। इस साल जून में उन्होंने मानव संपदा पोर्टल पर मीरजापुर के लिए ट्रांसफर आवेदन किया।
आरोप है कि आवेदन के अगले ही दिन डीआइओएस दिनेश कुमार ने वाट्सएप काॅल कर सर्किट हाउस स्थित अपने आवास पर बुलाया व ट्रांसफर कराने के लिए मोटी रकम की मांग की।
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मजबूरी में 1.10 लाख रुपये दिए तो उन्होंने ट्रासफर आदेश जारी किया पर रिलीविंग लेटर देने में आनाकानी शुरू कर दी। प्रकरण की पुष्टि शिक्षिका व डीआइओएस के बीच की दो आडियो रिकार्डिंग से हो रही है, जो प्रचलित हैं।
फिलहाल, मंत्री के पत्र लिखने से मामला सीएम आफिस तक पहुंच गया है। पूरे घटनाक्रम से जिलेभर के शिक्षकों में आक्रोश है। वहीं, डीआइओएस दिनेश कुमार ने आरोप बेबुनियाद बताए। कहा कि शिक्षिका फर्जी शिकायत कर रही हैं।
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