अभियंता पर जूता फेंकने के आरोप में हुई गिरफ्तारी, पुलिस कुछ इस तरह पकड़कर ले गई थाने, देखें वीडियो...
बलिया में बिजली की समस्या को लेकर भाजपा समर्थकों और अधीक्षण अभियंता के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि समर्थकों ने अभियंता पर जूता फेंका जिसके बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अभियंता ने समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं भाजपा समर्थकों ने पिटाई का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, बलिया। भाजपा समर्थक द्वारा अधीक्षण अभियंता पर जूता फेंकने की घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला शनिवार को बिजली विभाग के पावर हाऊस स्थित कार्यालय में हुआ। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुन्ना बहादुर और उपेंद्र पांडेय शामिल हैं।
आरोप है कि भाजपा समर्थक ने बिजली की समस्या को लेकर अधीक्षण अभियंता पर जूता से हमला किया। अधीक्षण अभियंता ने इस घटना के संबंध में भाजपा समर्थक सहित बीस-पचीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
#Balia में अधीक्षण अभियंता पर हमला करने वाले भाजपा कार्यकर्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इससे संबंधित एक वीडियो भी प्रसारित हो रहा है। pic.twitter.com/PxGSEQc2o9
— Abhishek sharma (@officeofabhi) August 25, 2025
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। भाजपा समर्थक की ओर से भी तहरीर दी गई है। घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और रामइकबाल कोतवाली पहुंच गए और प्रभारी निरीक्षक से मिलकर न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग की।
भाजपा समर्थक का कहना है कि वह कई वर्षों से विद्युत समस्या से परेशान था। शनिवार को वह अपनी शिकायत लेकर अधीक्षण अभियंता से मिलने गया था, लेकिन आरोप है कि उन्होंने उसकी शिकायत को सुनने के बजाय उसे कार्यालय से भगाने का प्रयास किया। इस दौरान कार्यालय के कर्मचारियों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी। अधीक्षण अभियंता ने तहरीर में आरोप लगाया कि भाजपा समर्थक अपने साथियों के साथ दफ्तर में पहुंचा और उन पर हमला कर दिया।
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गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में भाजपा समर्थक कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने आरोपितों का चालान कर न्यायालय में पेश कर दिया। इस घटना ने बिजली विभाग के कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं संगठन के स्तर पर भी इस मामले को लेकर खूब सुगबुगाहट है।
भाजपा समर्थक की शिकायत के अनुसार, वह पिछले कई वर्षों से बिजली की समस्या से जूझ रहा था और इस मुद्दे को लेकर उसने कई बार अधिकारियों से संपर्क किया था। लेकिन उसके प्रयासों का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिजली की समस्या को लेकर जनता में कितना आक्रोश है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच कर रही है। इस घटना के बाद से बिजली विभाग में सुरक्षा के उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
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