पुलिस उत्पीड़न से परेशान कक्षा 12 का छात्र फांसी पर झूला, स्वजन ने कई घंटे शव नीचे नहीं उतरने दिया, जमकर हंगामा
Baghpat News बागपत के किरठल गांव में पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर एक 12वीं कक्षा के छात्र सन्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्वजन ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप लगाया कि पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

संवाद सूत्र, जागरण रमाला बागपत। किरठल गांव में युवक ने पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी, जिसके बाद स्वजन ने हंगामा करते हुए पुलिस को युवक का शव कई घंटे फांसी के फंदे से नीचे नहीं उतारने दिया। पुलिस के साथ ग्रामीणों की नोकझोंक हुई। वह कक्षा 12 का छात्र था और मारपीट के एक मुकदमे में आरोपित था और पुलिस उसे पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी।
किरठल के रहने वाले 19 साल के सन्नी पुत्र धर्मेंद्र के साथी रुद्र के साथ लूंब गांव के वैभव का झगड़ा गया था। इस बात को लेकर 27 सितंबर को किरठल और लूंब के युवकों के बीच मारपीट भी हुई थी। इसमें वैभव घायल हो गया था, जिसके बाद वैभव के पिता प्रदीप ने आरोपित सन्नी उसके भाई बोबी के अलावा रुद्र के खिलाफ रमाला थाने में चार अक्तूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सन्नी और बोबी समेत तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर उनके मकान पर कई बार दबिश दी, लेकिन सन्नी और बाबी पुलिस को नहीं मिले।
उधर, सोमवार की रात सन्नी अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार तड़के स्वजन उठे तो उन्होंने सन्नी का शव फांसी पर झूलता हुआ देखा। देखते ही देखते सुबह सात बजे तक मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना के बाद पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और शव को नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन स्वजन और ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए शव को नीचे नहीं उतरने दिया।
स्वजन का आरोप था कि 27 सितंबर को हुई मारपीट में पुलिस ने सन्नी के खिलाफ तो मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन उनकी तहरीर पर दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस उनके घर पर लगाकर सन्नी और बाबी की गिरफ्तारी को दबिशें दे रही थी। इसी कारण सन्नी इतना परेशान हो गया कि उसने अपनी जान ही दे दी।
यह भी पढ़ें- यूपी के इस जिले में एक युवक पर डाला खौलता तेल तो दूसरे पर किया पलटे से वार, मामूली बात पर दो पक्षाें में घमासान
स्वजन ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। लगभग साढ़े तीन घंटे बाद के बाद सीओ विजय कुमार ने स्वजन को समझाते हुए निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद पुलिस ने सन्नी के शव को नीचे उताकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सीओ ने बताया कि पुलिस पर उत्पीड़न के आरोप गलत है। सन्नी के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज था पुलिस उसकी तलाश अवश्य कर रही थी, लेकिन किसी तरह का दबाव नहीं बना रही थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।