महिलाओं को पीटा, जेवर लूटे... मुंडन संस्कार से लौट रहे परिवार पर मुस्लिम युवकों का हमला, 30 घायल
Badaun News बदायूं में मुंडन संस्कार से लौट रहे एक हिंदू परिवार पर मुस्लिम युवकों की भीड़ ने हमला कर दिया जिसमें 30 लोग घायल हो गए। हमलावरों ने महिलाओं से अभद्रता की और उनके आभूषण लूट लिए। इस घटना में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महिलाएं भजन कर रही थी जिस पर युवकों ने अपशब्द कहे थे।

जागरण संवाददाता, बदायूं। मुंडन संस्कार के बाद ढोल-मंजीरे पर भजन गाते लौट रहे परिवार पर मुस्लिम युवकों की भीड़ ने हमला कर दिया। सोमवार देर शाम दर्जनों हमलावरों ने सड़क पर आड़ी-तिरछी बाइकें लगाकर हिंदू परिवार की ट्रैक्टर-ट्रॉली घेर ली। इसके बाद सभी को लाठी, डंडों व लोहे की रॉड से पीटा। महिलाओं से अभद्रता की गई, उनके आभूषण लूट लिए। हमले में घायल 30 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका आरोप है कि हमलावरों के भागने के बाद पुलिस पहुंची।
देर रात पीड़ित पक्ष ने प्रधान समेत 10 को नामजद करते हुए तहरीर दी। पुलिस ने देर रात तीन आरोपितों को पकड़ लिया है।

अलापुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार लोगाें से मारपीट के बाद पहुंची पुलिस। जागरण
ट्रैक्टर में भजन गा रही थीं महिलाएं
गांव सिमरिया निवासी अंकित के बेटे का मुंडन था। शाम सात बजे सैंजरी के शिव मंदिर में मुंडन के बाद अंकित, उनका परिवार व रिश्तेदार ट्रैक्टर-ट्रॉली से गांव लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि महिलाएं ढोलक पर मंगलगीत एवं भजन गा रही थीं। मुस्लिम बहुल कुतरई गांव के चौराहे पर ढोलक व मजीरे की आवाज सुनकर कुछ युवक पास आए। वह अपशब्द कहते हुए आगे निकल गए। कुछ दूर बढ़ते ही देखा कि कई मुस्लिम युवक सड़क पर बाइकें आड़ी-तिरछी किए खड़े थे।
आरोपितों ने ट्रैक्टर रोककर किया हमला
उन्हें देखकर चालक ने ट्रैक्टर रोका, इतने में आरोपितों ने हमला कर दिया। वे सभी ट्रॉली में घुसकर मारपीट करने लगे। विरोध करने पर हमलावरों ने गांव से अपनी कई अन्य साथियों को बुला लिया। लाठी, डंडे लगने से किरन, अंकित, कविता, उर्मिला समेत 30 लोग घायल हो गए। चीख-पुकार सुनकर कुछ राहगीरों ने थाने फोन किया। आरोप है कि काफी देर बाद थाना प्रभारी उदयवीर सिंह पहुंचे। तब तक आरोपित भाग चुके थे।
एसडीएम और थानों की फोर्स भी पहुंची
बाद में एसडीएम सदर मोहित कुमार और सीओ केके तिवारी कई थानों की फोर्स लेकर पहुंचे। घटनाक्रम की जानकारी के लिए एसएसपी को भी फोन लगाया, मगर उनका नंबर नहीं लगा। अंकित का आरोप है कि ढोलक बजाने एवं भजन आदि गाने पर दूसरे संप्रदाय के युवक हमलावर हुए थे। इसमें प्रधान ने गांव के अन्य लोगों को उकसाया था।

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