झोलाछाप की दवा के बाद बेसुध हुई, इसके बाद...बरामद युवती ने अब लगाया सामूहिक दुष्कर्म का आरोप
झोलाछाप के पास दवा लेने गई युवती के साथ हैरान कर देने वाली घटना घटी थी। बेसुध होने के बाद उसे अगवा कर लिया गया और फिर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। अब पीड़िता ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था।

संवाद सूत्र जागरण, सिलहरी/बदायूं। दवा लेने झोलाछाप के पास गई युवती लापता हो गc थी। स्वजन ने अपहरण का मामला दर्ज कराया थ। युवती बरामद हो गई तो उसने पुलिस को 180 बीएनएसस के दिए बयान में एक मुस्लिम संप्रदाय के युवक पर अपहरण और दुष्कर्म का आरोप लगाया।
पुलिस ने बयान के आधार पर आरोपित युवक को जेल भेज दिया। अब युवती जेल गए युवक समेत उसके चार अन्य भाइयों द्वारा दुष्कर्म करने की बात कह रही है। वहीं पुलिस कोर्ट में दिए गए 183 बीएनएसएस के तहत बयानों का अवलोकन करने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है। युवती ने सोमवार को एसएसपी से शिकायती पत्र देकर जांच कराकर सही कार्रवाई करने की मांग की है।
मामला बिनावर थाना क्षेत्र के एक गांव का है। गांव निवासी युवती ने सोमवार को एसएसपी को शिकायती व शपथ पत्र दिया। जिसमें उसने बताया कि वह दो दिसंबर को सिर दर्द की दवा लेने गांव के झोलाछाप के पास गई थी। झोलाछाप ने उसे दवा दी। जिससे युवती बेसुध हो गई। दिमाग काम कर रहा था, लेकिन वह कुछ करने में असमर्थ थी।
कार में डालकर कमरे पर ले गए आरोपित
आरोप है कि झोलाछाप और उसके चार भाई युवती को ईको कार में डालकर बरेली अपने छोटे भाई के कमरे पर ले गए। जहां उन्होंने युवती के साथ बारी बारी दुष्कर्म किया। अगले दिन शाम सात बजे तक युवती को कमरे पर बंधक बनाकर रखा। विरोध करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी। रात नौ बजे युवती को थाना बिनावर से एक किमी दूर छोड़कर चले गए। युवती के पिता ने उसी दिन आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी। जिसमें झोलाछाप को युवती को भगा ले जाने व चार भाइयों पर सहयोग करने का आरोप लगाया था।
चार दिसम्बर को वन स्टॉप सेंटर पहुंचाया
आरोप है कि चार दिसंबर को रात 2 बजे वन स्टॉप सेंटर पहुंचाया गया। जहां से पुलिस 5 दिसंबर को सुबह 11 बजे बयान के बहाने थाना बिनावर ले गई। जहां वह दोपहर चार बजे तक रुकी। आरोप है कि थाने पर पुलिस ने आरोपितों से फैसला करने का दवाब बनाया। कहा कि धर्म परिवर्तन कराकर उसे ले जाने वाले आरोपित से निकाह कराने की बात कही।
ऐसा न करने पर परिवार को जान से मारने तक की धमकी दी गई। युवती ने एसएसपी को बताया कि उसे थाना पुलिस पर सही विवेचना का विश्वास नहीं है। पुलिस ने आरोपितों से सांठगांठ कर ली है। आरोपितों को गिरफ्तार तक नहीं कर रही है।
युवती के बयान के आधार पर बढ़ी थीं धाराएं
वहीं बिनावर इंस्पेक्टर अशोक कुमार कंबोज का दावा है कि 180 बीएनएसस के तहत थाने में दिए गए बयान के बाद पांच दिसंबर को ही दुष्कर्म की धारा बढ़ाकर आरोपित साजिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब युवती ने कोर्ट में जो बयान दिए हैं, उस आधार पर विवेचना के दौरान कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित युवती का आरोप और मांग पीड़िता ने एसएसपी से मांग की है कि उसके मामले की विवेचना किसी और थाने की पुलिस से कराई जाए। उसे और उसके परिवार को सुरक्षा दी जाए।
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पंजीकृत मामले में दुष्कर्म की धाराएं जोड़कर आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए। उसने आरोप लगाए कि पुलिस आरोपितों से मिली हुई है। खुद इंस्पेक्टर उससे मतांतरण करने और आरोपित से निकाह करने का आरोप लगा रहे थे।
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