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    बदायूं के भाजपा विधायक हरीश शाक्य की मुश्किलें बढ़ीं, भाई समेत 16 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज

    Badaun News सामूहिक दुष्कर्म और जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर बदायूं के विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पीड़ित का आरोप है कि विधायक और उनके सहयोगियों ने जमीन बेचने के लिए दबाव बनाया और जब उन्होंने इनकार किया तो उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज करा दिए। इसके बाद उनकी पत्नी को फैसले के नाम पर बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 22 Dec 2024 08:11 AM (IST)
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    बदायूं से भाजपा के विधायक हैं हरीश शाक्य।

    जागरण संवाददाता, बदायूं। पिछले कई दिन से चर्चित सामूहिक बलात्कार और जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर भाजपा विधायक समेत 16 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।

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    पुलिस ने अनुपालन आख्या भी न्यायालय को भेज दी है। करीब एक सप्ताह पहले कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने की आदेश दिए थे। तब से यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ था। हालांकि भाजपा विधायक में खुद को बेगुनाह बताया है।

    ये लगाए थे आरोप

    शहर निवासी एक व्यक्ति ने बिल्सी के भाजपा विधायक हरीश शाक्य, उनके भाई सत्येंद्र शाक्य, धर्मपाल शाक्य और ब्रजेश कुमार शाक्य समेत 16 लोगों के खिलाफ न्यायालय में परिवार कराया था। उसका कहना था कि सिविल लाइंस इलाके में उसके पिता के नाम जमीन थी।

    भाजपा विधायक हरीश शाक्य की उस पर नजर थी। उनके सहयोगी उसके पिता के पास आए थे और उन्होंने वह जमीन बेचने को कहा था लेकिन उसके पिता ने जमीन बेचने से इनकार कर दिया था। इसके बवजूद सहयोगी उसके पिता को भाजपा विधायक के पास ले गए और उन पर जमीन बेचने का जबरन दबाव बनाया गया। उसके पिता ने कहा था कि उनकी जमीन करीब 80 लाख रुपये बीघा है। उसके हिसाब से जमीन 17.38 करोड़ रुपये की है। इसके बावजूद उन्होंने 16.50 करोड़ रुपये में सौदा तय कर लिया था।

    बैनामा करने का बनाया गया दबाव

    आरोप है कि एग्रीमेंट के दौरान 40 फीसदी भुगतान देने की बात हुई थी। एक लाख रुपये उन्हें मौके पर दे दिया गया था लेकिन उसकी कोई लिखा पढ़ी नहीं कराई गई थी। उसके बाद से लगातार उन पर बैनामा करने का दबाव बनाया गया। जब उन्होंने पूरा भुगतान मिलने पर बैनामा करने को कहा तो उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए गए। उन्हें पुलिस से पकड़वाकर पिटाई कराई गई।

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    फैसले के नाम पर पत्नी को बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म

    आरोप है कि उसका लगातार उनका शोषण किया गया। आखिर में उनसे चार करोड़ की जमीन दिखाकर अंगूठा लगवा लिया गया। बाद में उसकी पत्नी को फैसले के नाम पर बुलाया गया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। उसने पुलिस को तहरीर भी दी थी लेकिन पुलिस ने उनकी ओर से प्राथमिक की दर्ज नहीं की। तब उसने न्यायालय की शरण ली।

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    इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस

    अब पुलिस ने भाजपा विधायक हरीश शाक्य, उनके भाई सत्येंद्र शाक्य, धर्मपाल शाक्य, ब्रजेश कुमार शाक्य, हरिशंकर शाक्य, अनेगपाल, आनंद प्रकाश अग्रवाल, अनुराग अग्रवाल, मनोज कुमार गोयल, शैलेंद्र कुमार सिंह, हरिश्चंद्र वर्मा, रामपाल, चंद्रावती, दिनेश कुमार, विपिन और दिनेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।