अंडरपास और ओवरब्रिज फेल? जान जोखिम में डालकर पटरी पार करने से नहीं बाज आ रहे यात्री
बदायूं में अंडरपास और ओवरब्रिज होने के बावजूद, यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं। सुरक्षा उपायों की उपलब्धता के बावजूद, लोग ख ...और पढ़ें

ट्रैक के पास पैर लटका कर बैठे यात्री
जागरण संवाददाता, बदायूं। यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से शासन और रेलवे प्रशासन लगातार सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रहा है। जगह-जगह अंडरपास और ओवर ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं, जिससे यात्री सीधे रेलवे लाइन पर न करें लेकिन इसके बावजूद वह नियमों को तोड़ते हुए रेलवे लाइन पार कर रहे हैं। यहां रोजाना तमाम यात्री रेलवे लाइन पार करते देखे जाते हैं।
ऐसा नहीं है कि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और आरपीएफ भी लगातार कार्रवाई कर रही है लेकिन लोग हैं कि समझने को तैयार नहीं है। वह कानून को जेब में रखकर यहां यात्रा करने आते हैं। बरेली-कासगंज रेलवे लाइन पर अब कोई मानव रहित रेलवे क्रासिंग नहीं है। इस रूट पर बदायूं सीमा में 25 रेलवे क्रासिंग हैं और सभी पर गेटमैन भी तैनात हैं।
अब कहीं ये व्यवस्था भी नहीं रही कि बाइक सवार भी बूम के नीचे से निकल सके। अब सभी बूम भी नीचे करा दिए गए हैं, जिससे ट्रेन आने जाने के दौरान कोई यात्री रेलवे ट्रैक को पार न कर सके लेकिन रेलवे स्टेशन और उसके आसपास इलाके में लोग बेधड़क होकर रेलवे लाइन पार करते जरूर दिखाई देते हैं और अक्सर इसकी वजह से हादसे भी हो जाते हैं।
रेलवे स्टेशन से लेकर घोंचा घाट तक का ऐसा एरिया है। जहां महीना 15 दिन में दो-चार लोगों की ट्रेन से कटकर मृत्यु हो जाती है। हालांकि उनमें आत्महत्या करने वाले लोग ज्यादा होते हैं। जैसा कि शाहजहांपुर जिले में हादसा हुआ है, वैसे हादसे यहां भी हो चुके हैं लेकिन उसको देखते हुए अब सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो गई है।
अब केवल लोग पैदल ही रेलवे लाइन पार करते हैं। इसमें भी उनकी जान को खतरा रहता है। यहां रेलवे स्टेशन पर तो रोजाना लोग नियमों को तोड़ते और रेलवे लाइन पार करते दिखाई देते हैं। आरपीएफ के अधिकारियों का दावा है कि ऐसे यात्रियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाती है।
अब तक आरपीएएफ थाने में 400 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं और उनमें 100 से ज्यादा मामले ऐसे हैं, जो लोग रेलवे लाइन पार करते पकड़े जाते हैं। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई हैं। उन पर जुर्माना भी डाला गया है। लगातार अभियान चलाए जाते हैं। इसके बावजूद यात्री अपनी जान से खिलवाड़ करना नहीं मानते।
एक माह पहले हुई थी मजदूर की मृत्यु
शहर के नेकपुर रेलवे क्रासिंग के नजदीक एक माह पहले ही एक मजदूर की ट्रेन से कटकर मृत्यु हाे गई थी। वह हेडफोन लगाकर मोबाइल पर गाने सुनते हुए रेलवे लाइन पार कर रहा था। इसकी वजह से उसकी जान चली गई थी। मौके से उसका हेडफोन भी बरामद हुआ था।
ऐसे रेलवे लाइन पार करना रेलवे एक्ट का उल्लंघन है। इसके तहत यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। एक जनवरी से लेकर अब तक सौ से ज्यादा यात्रियों के खिलाफ रेलवे लाइन पार करने पर कार्रवाई हो चुकी है। कई बार समझा भी दिया जाता है। चेकिंग अभियान भी चलाया जाता है।
- राजवीर सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ थाना
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