मनमानी पर 'डिजिटल' ब्रेक: फेस रीडिंग शुरू होते ही खुली वितरण की पोल, सिर्फ 24% बंटा राशन
बदायूं में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण अब चेहरा प्रमाणीकरण (फेस रीडिंग) के माध्यम से किया जा रहा है। दिसंबर माह में अब तक केवल 24% लाभार्थियों ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, बदायूं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत सभी लाभार्थियों को पोषाहार वितरण अब चेहरा प्रमाणीकरण के माध्यम से ही किया जाना है। इसके लिए पिछले दिनों हर एक लाभार्थी का चेहरा प्रमाणीकरण का कार्य कराया जा चुका है। लेकिन इसके बाद भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण में लापरवाही की जा रही है।
माह का अंत होने को है और अब तक जिले में मात्र 24 प्रतिशत पोषाहार ही चेहरा प्रमाणीकरण यानि फेस रीडिंग के आधार अाधार पर वितरित हुआ है। इस जानकारी पर डीपीओ ने सभी सीडीपीओ को दो दिन के भीतर सौ प्रतिशत पोषाहार वितरण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन यह संभव होता नजर नहीं आ रहा है।
जिले में बाल विकास विभाग की ओर से कुल 2937 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों पर पंजीकृत गर्भवती व धात्री महिलाओं के अलावा बच्चों को भी पोषाहार वितरित किया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलने वाले पोषाहार को लेकर आए दिन सवाल उठाए जाते थे। कहा जाता था कि वह शत प्रतिशत पोषाहार वितरित नहीं करते हैं।
ऐसे में शासन के निर्देश पर सभी लाभार्थियों का चेहरा प्रमाणीकरण करा गया। जिले में भी इस कार्य को लगभग पूरा किया जा चुका है। शासन के निर्देशानुसार अब बिना चेहरा प्रमाणीकरण के किसी लाभार्थी को पोषाहार नहीं दिया जाएगा। इसकी जानकारी के लिए पोषण ट्रैकर एप से निगरानी की जा रही है।
लेकिन इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद से आ रही परेशानियों के चलते जिले में पोषाहार वितरण को गति नहीं मिल पा रही है। इस बार दिसंबर माह में मात्र 24 प्रतिशत लाभार्थियों को ही पोषाहार दिया जा सका है। डीपीआे ने इसकी समीक्षा करते हुए नाराजगी जताई और सभी सीडीपीओ को अपने अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण फेस रीडिंग के माध्यम से कराने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि जिले में 1,75,839 लाभार्थियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषाहार वितरित किया जाना था लेकिन इस माह में अब तक 42,338 यानी कुल 24 प्रतिशत ही लाभार्थियों को पोषाहार बंट पाया है। यह आंकड़ा मंगलवार को भी मामूली रूप से बढ़ा होगा। अब देखते हैं कि माह के अंतिम दिन कितना पोषाहार वितरित किया जाता है।
पोषाहार वितरित न करने वालों पर होगी कार्रवाई
जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पोषाहार वास्तविक लाभार्थी को ही मिले, इसीलिए फेस रीडिंग यानि चेहराप्रमाणी की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिले में जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अब तक पोषाहार वितरित नहीं किया है। उन सभी को चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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