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    यूपी के इस जिले में 11 साल बाद 400 पुलिसकर्मियों के तबादले, ADG की रिपोर्ट ने मचाई खलबली; बॉर्डर स्कीम की पोल खुली

    जनवरी 2025 में बरेली एडीजी अगर रिपोर्ट नहीं भेजते तो इस बात की जानकारी नहीं होती। 11 साल से पुलिस महकमा अलीगढ़ के सीमावर्ती जिला होने से अनजान बना रहा था। एडीजी को शिकायत मिली तो जांच कराई गई। जिसमें अलीगढ़ के तीन गांव सहसवान से सटे निकले। ये तीनों गांव गंगा नदी के दूसरी पार हैं। अलीगढ़ के अतरौली थाने के दादो थाने में ये गांव हैं।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 12 Apr 2025 07:53 AM (IST)
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    बदायूं पुलिस लाइन में परेड करते पुलिस कर्मी। जागरण

    अंकित गुप्ता। जागरण बदायूं। पुलिस महकमे में लगातार 11 साल से चली आ रही बॉर्डर स्कीम के बाद भी अलीगढ़ की सीमा बदायूं की सीमा से जुड़ी है, इस बात की भनक ही किसी को नहीं थी। इसी कारण 11 साल से जिले में बॉर्डर स्कीम फेल थी। अलीगढ़ के रहने वाले पुलिसकर्मी जिले में सालों से नौकरी करते आ रहे थे।

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    जनवरी 2025 में बरेली एडीजी को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने एसएसपी बदायूं से इसकी रिपोर्ट मांगी। इसके बाद छह फरवरी से मामले की जांच शुरू हुई। सीमा से जुड़ा मामला होने के चले प्रशासनिक टीम ने जांच की।

    एसडीएम सहसवान ने अपनी जांच आख्या देते हुए बताया कि अलीगढ़ की अतरौली तहसील के तीन गांव बदायूं के सहसवान तहसील के गांवों से जुड़े हैं। इन गांवों के बीच गंगा नदी बहती है। जिसके चलते आवागमन का साधन नहीं है, लेकिन पानी कम होने पर इस पार से उस पार जाया जा सकता है। इस आधार पर बदायूं जिला अलीगढ़ जिला की सीमा पर है।

    इसके बाद अलीगढ़ के रहने वाले पुलिसकर्मियों के तबादला प्रक्रिया शुरू हुई। करीब चार सौ पुलिसकर्मियों के तबादले कर दिए गए हैं। जो जल्द ही जिले से अपनी रवानगी कराएंगे। अब तक कासगंज, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, संभल, एटा, फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) आदि जिलों के रहने वाले पुलिस कर्मियों को बदायूं में तैनाती नहीं मिलती थी। यह सभी जिले बदायूं की सीमा पर हैं।

    2014 से पूरी तरह से लागू हुई बॉर्डर स्कीम

    पुलिस महकमे में 2014 से पूरी तरह से लागू हुई बॉर्डर स्कीम के चलते ऐसा होता आ रहा था। पुलिस के अभिलेखों के अनुसार अब तक अलीगढ़ जिले को बदायूं की सीमा में नहीं माना जाता था। इसी के चलते अब तक अलीगढ़ जिले के रहने वाले कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, दारोगा और इंस्पेक्टर बदायूं जिले में तैनाती पाते आ रहे थे। जनवरी 2025 तक तो सब ठीक था। लेकिन जनवरी में किसी ने एडीजी बरेली से मामले की शिकायत की। एडीजी ने बदायूं एसएसपी को मामले की जांच कराने के आदेश दिए। इस पर एसएसपी ने डीएम को पत्र लिखकर सीमांकन कराने का अनुरोध किया।

    एसडीएम प्रशासन ने जांच सौंपी

    डीएम ने एडीएम प्रशासन को जिम्मेदारी सौंपी। एडीएम प्रशासन ने एसडीएम सहसवान प्रेमपाल सिंह को जांच कर आख्या देने के निर्देश दिए। 13 फरवरी को एसडीएम सहसवान ने आख्या सौंपी। जिसमें उन्होंने बताया कि अलीगढ़ के तीन गांव बदायूं के तीन गांव की सीमा में है। इसके बाद अलीगढ़ निवासी पुलिसकर्मियों का चिन्हांकन प्रक्रिया शुरू हुई। पहले चरण में करीब चार सौ कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के तबादले बदायूं से पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर समेत जोन के अन्य जिलों में किए गए हैं।

    अलीगढ़ के यह तीन गांव बदायूं की सीमा में आते हैं

    सहसवान एसडीएम और तहसीलदार की रिपोर्ट के अनुसार बदायूं की सहसवान तहसील का गांव सिवारक अलीगढ़ की तहसील अतरौल के गांव करतोली से पांच किलोमीटर दूरी पर है। इसी तरह सहसवान का गैर आबाद गांव निगावली शकूरगंज अलीगढ़ की तहसील अतरौल के गांव करतोली से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा सहसवान तहसील का गांव पावेड़ खाम अलीगढ़ की तहसील अतरौल के गांव हारनपुर से दो किमी दूर हैं। बताया कि सहसवान के इन तीनों गांव और अलीगढ़ के गांवों के बीच गंगा नदी बह रही है। आवागमन के लिए संपर्क मार्ग या पुल नहीं है।

    आंबेडकर जयंती के बाद हो सकती है रवानगी 

    अलीगढ़ के रहने वाले करीब चार सौ कांस्टेबल व हेड कांस्टेबलों को चिन्हित किया गया है। इन सभी के तबादले भी जोन के अन्य जनपदों में कर दिए गए हैं। लेकिन अब तक उनकी रवानगी नहीं हुई है। बताते हैं कि आंबेडकर जयंती, महावीर जयंती, हनुमान जयंती के चलते इनकी रवानगी नहीं की गई है। 14 अप्रैल के बाद इन सभी की रवानगी कर दी जाएगी। इसके बाद दारोगा और इंस्पेक्टरों के तबादले किए जाएंगे।

    अलीगढ़ में भी मची खलबली

    अलीगढ़ जनपद जब बदायूं की बॉर्डर स्कीम में आ गया तो बदायूं प्रशासन द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को अलीगढ़ भी भेजा गया। वहां की प्रशासनिक टीम ने भी इसकी जांच की। इसके बाद से बदायूं के पुलिसकर्मियों की तरह अलीगढ़ के पुलिसकर्मियों में भी खलबली मची हुई है। वहां तैनात बदायूं निवासी पुलिसकर्मियों को भी दूसरे जिले भेजे जाने की तैयारी चल रही है।

    अलीगढ़ जनपद के कुछ गांव बदायूं की सीमा में है। इसकी जानकारी कुछ दिन पहले मिली तो प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी। जिसमें तीन गांव बदायूं की सीमा में बताए गए। इसके चलते यह जिला बॉर्डर स्कीम में आ गया है। इसीलिए अलीगढ़ के रहने वाले पुलिसकर्मियों के तबादले गैर जनपद किए जा रहे हैं। पहले हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल के तबादले किए गए हैं। बाद में दारोगा और इंस्पेक्टर के तबादले किए जाएंगे। - डा. बृजेश कुमार सिंह, एसएसपी 

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