Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से 10 करोड़ परिवारों को जोड़ने की योजना, 5 लाख मंदिरों में लाइव प्रसारण
रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा के महोत्सव को देश के 10 करोड़ परिवारों को जोड़ने की योजना है। यह 10 करोड़ परिवार वही होंगे जिन्होंने 15 जनवरी 2021 से 27 जनवरी 2021 तक चले निधि समर्पण अभियान में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir Nirman) के लिए निधि समर्पित की थी। अगले वर्ष 15 से 24 जनवरी के बीच नवनिर्मित मंदिर में रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।

रघुवरशरण, अयोध्या। रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा के महोत्सव को देश के 10 करोड़ परिवारों को जोड़ने की योजना है। यह 10 करोड़ परिवार वही होंगे, जिन्होंने 15 जनवरी 2021 से 27 जनवरी 2021 तक चले निधि समर्पण अभियान में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir Nirman) के लिए निधि समर्पित की थी।
अगले वर्ष 15 से 24 जनवरी के बीच नवनिर्मित मंदिर में रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, तो रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कृतज्ञता और सम्मान स्वरूप इन परिवारों को पुन: याद करने की तैयारी में है। देश भर में करीब पांच लाख विहिप (VHP) कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन परिवारों को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल करने की रूपरेखा तय की जा रही है।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य समारोह के अंतर्गत जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामलला (Ramlala) को नवनिर्मित गर्भगृह में स्थापित कर रहे होंगे, तब उसका विश्व व्यापी लाइव प्रसारण हो रहा होगा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एवं विहिप (VHP) नेतृत्व की योजना देश के पांच लाख मंदिरों पर प्राण प्रतिष्ठा के लाइव प्रसारण का प्रदर्शन सुनिश्चित कराना है।
हिसाब यह लगाया गया है कि मंदिरों के लाइव प्रसारण की प्रस्तुति में कम से कम दो सौ परिवार शामिल होंगे और इस तरह निधि समर्पित करने वाले 10 करोड़ परिवारों को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से जोड़ा जा सकता है। इसके बाद विहिप (VHP) के सहयोग से तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की योजना इन परिवारों के कम से कम एक सदस्य को रामलला (Ramlala) का दर्शन कराने की भी है।
इस व्यवस्था की तैयारियों में लगे विहिप (VHP) के केंद्रीय संयुक्त मंत्री सुरेंद्र जैन के अनुसार सभी रामभक्त रामलला (Ramlala) को नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होते देखना चाहते हैं, किंतु व्यवहारिक दृश्टि से यह संभव नहीं होगा। इसी तथ्य को ध्यान में रखकर प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन से रामभक्तों को प्रांतवार-क्षेत्रवार रामलला (Ramlala) के दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
अभी इस हिसाब को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, किंतु यदि प्रत्येक दिन तीन लाख राम भक्तों को रामलला (Ramlala) का दर्शन कराने की सुविधा सुनिश्चित की जा सकी, तो यह फरवरी माह तक एक करोड़ के पार जा सकती है और साल 2024 पूरा होते-होते निधि समर्पित करने वाले 10 करोड़ परिवार के एक सदस्य की रामलला (Ramlala) के दर्शन की साध पूरी कराई जा सकती है।
न केवल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव, बल्कि उसके बाद राम भक्तों के आगमन के प्रवाह को ध्यान में रखकर विहिप (VHP) की सबसे बड़ी चिंता राम भक्तों के भोजन-आवास आदि की है और इसी के तहत शनिवार को तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में विहिप (VHP) की कोर कमेटी की बैठक में शुरुआती विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में विहिप (VHP) के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोककुमार, महामंत्री मिलिंद परांडे, उपाध्यक्ष चंपतराय एवं जीवेश्वर मिश्र, संयुक्त मंत्री कोटेश्वर शर्मा आदि उपस्थित रहे। रविवार और सोमवार को विहिप (VHP) की केंद्रीय टोली बैठक के माध्यम से इस योजना को अंतिम रूप देने की तैयारी में हैं।
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