कोई स्विच या रस्सी नहीं... PM मोदी ने दाएं से बाएं घुमाई मशीन और राम मंदिर के शिखर पर फहराया धर्म ध्वज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया, जो मंदिर परिसर के पूरा होने का संकेत है। इस दौरान उनके साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने एक मशीन घुमाकर ध्वजा फहराई, जो एक अनोखी रस्म थी। उन्होंने इस अवसर को सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया।

पीएम मोदी ने 25 नवंबर को राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर मंगलवार को ध्वजारोहण किया।अपरंपरागत तरीके से किए गए ध्वजारोहण ने औपचारिक रूप से मंदिर परिसर के पूरा होने का संकेत दिया है।
इस दौरान पीएम मोदी के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
आम तौर पर ध्वजारोहण के लिए रस्सी को नीचे की ओर खींचा जाता है, या फिर स्विच की व्यवस्था होती है, तब झंडा ऊपर की ओर जाता है। लेकिन राम मंदिर पर धर्म ध्वज फहराते समय एक अनोखी रस्म दिखी।
दरअसल, ध्वजारोहण से पहले अनुष्ठान के समय पुजारीगण मंत्रोच्चार कर रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर पीएम मोदी, मोहन भागवत और सीएम योगी हाथ जोड़े नमस्कार की मुद्रा में खड़े थे।
मंत्रोच्चार पूर्ण होने के बाद पीएम मोदी ने एक मशीन को दाएं से बाएं की तरफ घुमाया, जिसके बाद धर्म ध्वजा खुद ही राम मंदिर के शिखर पर फहराया। ये अनोखी परंपरा चर्चा का विषय बना हुआ है।

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इसी के साथ 9 नवंबर 2019, पांच अगस्त 2020 तथा 22 जनवरी 2024 के उपरांत 25 नवंबर की तिथि भी सनातनधर्मियों के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो मंगलवार सुबह रामनगरी पहुंचेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे।

पीएम मोदी ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर पर ध्वजा फहराने का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, ''अयोध्या के पावन धाम में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए अत्यंत भावविभोर करने वाला अनुभव रहा। शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ यह अनुष्ठान हमारे सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता के नए अध्याय का उद्घोष है।
अयोध्या के पावन धाम में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए अत्यंत भावविभोर करने वाला अनुभव रहा। शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ यह अनुष्ठान हमारे सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता के नए अध्याय का उद्घोष है। राम मंदिर का गौरवशाली ध्वज, विकसित भारत के… pic.twitter.com/1uwYN2NXHW
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2025
राम मंदिर का गौरवशाली ध्वज, विकसित भारत के नवजागरण की संस्थापना है। ये ध्वज नीति और न्याय का प्रतीक हो, ये ध्वज सुशासन से समृद्धि का पथ प्रदर्शक हो और ये ध्वज विकसित भारत की ऊर्जा बनकर इसी रूप में सदा आरोहित रहे.....भगवान श्री राम से यही कामना है। जय जय सियाराम।''

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज सिंहल जी, रामचंद्र दास महाराज तथा डालमिया को शांति मिली होगी।
मोहन भागवत ने कहा, कि आज मंदिर निर्माण की शास्त्रीय विधि से पूर्णता हुई। वह राम ध्वज लहराया, जो कभी संपूर्ण विश्व में अपने आलोक से सुख शांति प्रदान करता था। इसे फिर से नीचे से ऊपर चढ़ता हुआ और अपने शिखर पर विराजमान होता हुआ, हमने अपनी आंखों से देखा है।
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सीएम योगी ने ध्वजारोहण को एक नया युग बताया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ध्वजारोहण को नए युग का शुरुआत बताया। कहा, भगवान राम का भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान व आत्मगौरव का प्रतीक है।
सीएम योगी ने मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले कर्मयोगियों का भी अभिनंदन किया। कहा, यह अवसर उन संतों, योद्धाओं, रामभक्तों की अखंड साधना-संघर्ष को समर्पित है, जिन्होंने आंदोलन व संघर्ष के लिए जीवन को समर्पित किया।

इससे पहले उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत सियावर रामचंद्र, माता जानकी, सरयू मैया, भारत माता की जय और हर हर महादेव के उद्घोष से की।
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