प्रतिष्ठा द्वादशी से बदल जाएगा रामलला के दर्शनार्थियों का Exit Point, उमड़ेगी लाखों लोगों की भीड़
राम मंदिर की वर्षगांठ पर प्रतिष्ठा द्वादशी के अंतर्गत होने वाले विविध आयोजनों को लेकर रामलला के दर्शनार्थियों का निकासी पथ बदला जा सकता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने नई सड़क निर्मित कराई है। प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर ट्रस्ट की ओर से 11 12 व 13 जनवरी को पांच स्थानों पर विविध आयोजन व अनुष्ठान संयोजित किए गए हैं।
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। राम मंदिर की वर्षगांठ पर प्रतिष्ठा द्वादशी के अंतर्गत होने वाले विविध आयोजनों को लेकर रामलला के दर्शनार्थियों का निकासी पथ बदला जा सकता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने नई सड़क निर्मित करा ली है। इसका कार्य लगभग पूरा हो गया है। इस मार्ग को एक दिन के लिए खोला जा चुका है। पहले यह कच्चा था, अब आरसीसी मार्ग हो गया है।
यह यात्री सुविधा केंद्र के समीप रामजन्मभूमि के प्रवेश द्वार से सीधे जुड़ कर रामपथ पर मिलता है। प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर ट्रस्ट की ओर से 11, 12 व 13 जनवरी को पांच स्थानों पर विविध आयोजन व अनुष्ठान संयोजित किए गए हैं, लेकिन अंगद टीला परिसर के अलावा अन्य आयोजनों में जनसहभागिता नहीं होगी।
सीएम योगी का होगा संबोधन
अंगद टीला परिसर में ही प्रथम दिन रामलला के अभिषेक के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन होगा। यहीं अलग-अलग समय पर श्रीरामकथा का प्रवचन और सांस्कृतिक संध्या आयोजित होगी। साथ ही तीनों दिन भोजन व प्रसाद का वितरण होगा। इस कारण यहीं पर श्रद्धालुओं की सर्वाधिक भीड़ होना तय माना जा रहा है।
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बड़ी संख्या में आएंगे श्रद्धालु
इसके अलावा रामलला के दर्शन के निमित्त भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। सूत्रों का कहना है कि प्रतिष्ठा द्वादशी के तीनों दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पूर्व निर्धारित मार्ग रामजन्मभूमि पथ से राम मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा और दर्शन के उपरांत उन्हें यात्री सुविधा केंद्र के समीप बने रामजन्मभूमि के प्रवेश द्वार से सीधे अंगद टीला परिसर में निर्मित नई सड़क से निकाला जा सकता है। यहां वे भोजन प्रसाद ग्रहण कर अपने गंतव्य को प्रस्थान करेंगे और प्रतिष्ठा द्वादशी के आयोजनों का आनंद भी ले सकेंगे।
अधिक भीड़ उमड़ने पर इस मार्ग का उपयोग एक दिन के लिए नववर्ष के प्रथम दिन पर किया जा चुका है। पहले इसे सुरक्षा कारणों से नहीं खोला गया था। महाकुंभ-2025 के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन कराने के लिए भी इस नए मार्ग का उपयोग किया जाएगा। इस कारण आगामी दिनों में इसे ही निकासी पथ के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है।
बन रहे दो प्रवेश द्वार, लगाया जा रहा जर्मन हैंगर
अंगद टीला परिसर में मुख्यमंत्री के संबोधन व अन्य आयोजनों के लिए जर्मन हैंगर से विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है। यह गुरुवार तक तैयार हो जाने की उम्मीद है। साथ ही दो प्रवेश द्वार भी बनाए जा रहे हैं। एक अंगद टीला परिसर के प्रारंभ में और एक रामपथ पर बन रहा है। यहीं पर तीन दिन भोजन प्रसाद वितरण के लिए नया केंद्र और जल प्याऊ भी तैयार हो रहा है।
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