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    Ayodhya Deepotsav: 35 मिनट के मेगा शो में होगा वैश्विक कीर्तिमान का निर्णय, वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए पांच मिनट तक होगी गणना

    Updated: Mon, 28 Oct 2024 02:01 PM (IST)

    दीपोत्सव के आठवें संस्करण को सफलता तभी मिलेगी जब प्रत्येक दीप अंत में एक साथ कम से कम पांच मिनट जलते रहे। इसी के बाद एक बार फिर यह दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकेगा। 28 अक्टूबर तक सभी घाटों पर नियत संख्या में दीप बिछा दिए जाएंगे। 29 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम दीपों की गणना करेगी।

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    रामकीपैड़ी का निरीक्षण करतीं अवध विवि की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल (मध्य में)।- जागरण

    प्रवीण तिवारी, अयोध्या। दीपोत्सव के आठवें संस्करण को सफलता तभी मिलेगी, जब प्रत्येक दीप अंत में एक साथ कम से कम पांच मिनट जलते रहे। इसी के बाद एक बार फिर यह दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकेगा। रविवार को इसी की तैयारी चलती रही। अविवि की कुलपति प्रो. प्रतिभा गाेयल के नेतृत्व में घाटों पर दीपों को संयोजन होता रहा। कुलपति भ्रमण कर स्वयंसेवकों को शाबाशी देती रहीं।

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    28 अक्टूबर तक सभी घाटों पर नियत संख्या में दीप बिछा दिए जाएंगे। 29 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम दीपों की गणना करेगी। यदि दीपों की संख्या कम मिली, तो दीप बढ़ाएं भी जाएंगे। कुल 25 लाख प्रज्वलित दीपों का रिकॉर्ड बनाने के लिए 28 लाख दीप बिछाये जा रहे हैं।

    दरअसल, इस बार दीयों की क्षमता 40 से घटा कर 30 मिलीलीटर कर दी गयी है। 30 अक्टूबर की शाम सूर्य ढलने के साथ इन्हें प्रज्वलित किया जाने लगेगा। सभी घाटों पर एक साथ स्वयंसेवक दीप प्रज्वलित करेंगे। इन सभी दीपों को 30 मिनट में प्रज्वलित कर देने की बाध्यता है।

    पांच म‍िनट तक जलते दीपों की होगी गणना

    इसके बाद पांच मिनट तक जलते दीपों की गणना होगी। यदि अंतिम पांच मिनट तक एक साथ सभी दीप जलते मिले, तभी सातवीं बार विश्व कीर्तिमान बन सकेगा। दीपोत्सव के प्रथम संस्करण से ही आयोजन का अहम हिस्सा रहे आशीष मिश्र ने बताया कि 35 मिनट तक दीपों को जलना होगा। कहा प्रज्वलन एक साथ प्रारंभ होगा। गणना की अवधि पांच मिनट है। बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर विराजमान रहेंगे। वह सरयू की आरती में शामिल होकर यहां आएंगे।

    डेढ़ किमी तक बिखरेगी दीपों की अलौकिक आभा

    इस बार दीपोत्सव का विस्तार हो गया है। इसके लिए राम की पैड़ी, चौधरी चरण सिंह घाट के अलावा भजन संध्या स्थल को भी चुना गया है। बीच में राष्ट्रीय राजमार्ग अवस्थित है। प्रत्येक स्थल पर दीपों की संख्या नियत हो चुकी है। इस तरह लगभग डेढ़ किलोमीटर की परिधि में इन दीपों की आभा से अलौकिक बिंब का प्राकट्य होगा, जिसे देखने के लिए कौतूहल है। कुल 55 घाटों पर 25 लाख दीपों के प्रज्ज्वलन का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। पहली बार भजन संध्या स्थल पर सर्वाधिक दो लाख 80 हजार दीप प्रज्वलित किए जाएंगे।

    कुल 28 लाख दीपों को विभिन्न घाटों पर सज्जित किया जा रहा है। भजन संध्या स्थल को आठ सोपानों में बांट कर इसे घाट का स्वरूप दिया गया है। इसके घाट नंबर 48 व 49 पर डेढ़ लाख दीप सज्जित होंगे। अवशेष घाटों को मिला कर यहां कुल 2.80 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। 28 लाख दीप इन तीन स्थलों पर संयोजित किए जा रहे हैं।

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