रोटवीलर नस्ल बता थमा दिए देसी कुत्ते, बड़े हुए तो व्यवहार और चाल-ढाल देख रह गए भौचक्के, फिर कोतवाली....
औरैया में एक अनोखा मामला सामने आया है। रामोतार नामक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसे 4000 रुपये में दो रोटवीलर नस्ल के कुत्ते बताए गए लेकिन वे देसी नस्ल के निकले। जब कुत्ते बड़े हुए तो रामोतार को शक हुआ और जांच करने पर पता चला कि वे रोटवीलर नहीं हैं। उसने आरोपी से पैसे वापस मांगे पर उसने मना कर दिया। पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर दी।

जागरण संवाददाता, औरैया। औरैया के सदर कोतवाली क्षेत्र में रविवार को एक अनोखा मामला सामने आया जिसने लोगों को हैरान कर दिया। मामला पालतू कुत्तों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा है। विदेशी नस्ल का कुत्ता बताकर देसी नस्ल का दे दिया। जब वह बड़ा हुआ तो उसका हावभाव देख भौचक्के रह गए। मामला कोतवाली तक पहुंच गया। जालौन जनपद के तुलसी नगर निवासी रामोतार वाल्मीकि पुत्र किशोरीलाल ने आरोप लगाया है कि उसे विदेशी नस्ल के नाम पर धोखा देकर देसी नस्ल के कुत्ते बेच दिए गए।
रामोतार वाल्मीकि का कहना है कि करीब तीन माह पहले उसने एक गांव निवासी युवक से 4000 रुपये में दो रोटवीलर नस्ल के पिल्ले खरीदे थे। आरोपित ने उन्हें विदेशी नस्ल का बताकर सौदा किया था। उस समय पिल्ले छोटे थे, इसलिए उनके हावभाव से नस्ल का अंदाजा लगाना कठिन था। लेकिन जैसे-जैसे पिल्ले बड़े हुए, उनका व्यवहार और चाल-ढाल देखने पर रामोतार को शक हुआ। जांच-पड़ताल करने पर पता चला कि वे रोटवीलर नस्ल के नहीं, बल्कि यहा तो सामान्य देशी नस्ल के कुत्ते हैं।
कुत्तों के रुपये वापस मांगे
रामोतार ने इस पर आपत्ति जताते हुए आरोपित के घर जाकर कुत्तों के बदले रुपये वापस करने की मांग की। लेकिन आरोप है कि युवक ने न तो कुत्ते वापस लिए और न ही पैसे लौटाए। इस धोखे से परेशान होकर पीड़ित ने सदर कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस अनोखी घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि अब पालतू जानवरों के मामले में भी धोखाधड़ी होने लगी है। कई लोग सोशल मीडिया और बिचौलियों के माध्यम से महंगे नस्ल के कुत्ते खरीदते हैं, लेकिन असलियत कुछ और निकलती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में तथ्य सामने आने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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