दिलीप हत्याकांड: सुपारी किलर के घर पर ढाई घंटे चला बुलडोजर, वन विभाग की जमीन पर था कब्जा
औरैया में दिलीप हत्याकांड के सुपारी किलर रामजी नागर के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया क्योंकि उसका घर वन विभाग की जमीन पर बना था। पत्नी और उसके प्रेमी अनुराग ने मिलकर रामजी को सुपारी देकर दिलीप की हत्या कराई थी। पुलिस ने इस मामले में 500 पेज का आरोप पत्र तैयार किया।

संवाद सूत्र, जागरण, अछल्दा (औरैया)। दिलीप हत्याकांड का सुपारी किलर पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई हुई। उसके घर पर बलडोजर चलाया गया। उसका घर वन विभाग की जमीन पर बना था। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा।
बीते कुछ दिन पहले ही दिलीप हत्याकांड में सुपारी किलर रामजी नागर समेत अन्य आरोपितों पर गैंग्सटर लगाई गई थी। बुलडोजर से कब्जे को खत्म कराया गया। स्वजन ने कमरों में रखा सामान पहले ही निकाल लिया था। उपवन प्रभारी अधिकारी साकिब खान की मौजूदगी में नायब तहसीलदार हरि किशोर, लेखपाल पतंजलि दुबे समेत राजस्व टीम ने कार्रवाई की। जो कि दोपहर 12 बजे से शुरू होकर ढाई घंटे तक चली। राजस्व टीम ने बताया कि वन विभाग की काफी जगह पर कब्जा है। उनकी भी जांच की जा रही है।
सुपारी किलर के मकान को गिराने के लिए प्रशासनिक अमला सुबह 11 बजे के बाद से पहुंचने लगा था। पुलिस व राजस्व टीम को देख गांव के लोग भी एक बार सहम गए। कार्रवाई शुरू हुई तो गांव के लोगों को पूरा मामला समझ में आया। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि कम से कम छह बार नोटिस जारी की गई। बावजूद कब्जा खाली नहीं किया जा रहा था। जिस आधार पर कार्रवाई की गई है। अन्य आरोपितों की संपत्ति को भी जांचा जा रहा है। जहां भी ऐसा मामला पकड़ में आता है तो कार्रवाई होगी।
वन विभाग की जमीन से कब्जा हटाने के दौरान प्रवर्तन दल प्रभारी देवेंद्र सिंह गौतम, अजीतमल उपवन अधिकारी विजय कुमार, क्षेत्रीय वन अधिकारी औरैया धर्मवीर सिंह, अछल्दा बृजराज सिंह, बिधूना अंगद सिंह चंदेल गौरव मिश्रा आदि मौजूद रहे। एसडीएम बिधूना ने बताया कि सुपारी किलर रामजी नागर का घर वन विभाग की जमीन पर बना हुआ था। जिसे बुलडोजर से गिराया गया है।
पुलिस गिरफ्त में रामजी नागर, अनुराग और प्रगति।
मैनपुरी थाना भोगांव के गांव नगला दीपा निवासी हाइड्रा चालक दिलीप यादव की उसकी पत्नी ने फफूंद के गांव हजियापुर निवासी अनुराग से मिलकर साजिश रची थी। अछल्दा के गांव प्रेम नगर निवासी रामजी नागर को एक लाख रुपये सुपारी देकर हत्या करा दी थी। पुलिस ने 500 पेज का आरोप पत्र तैयार किया था, जिसमें हाइड्रा चालक की पत्नी का प्रेमी अनुराग व सुपारी किलर को पुलिस ने मुख्य आरोपित बनाया है। साथ ही 32 गवाह बनाए गए है। हत्याकांड में पत्नी व उसके प्रेमी समेत छह आरोपितों को पुलिस ने जेल भेजा था।
इस तरह हुआ घटनाक्रम
- 5 मार्च को दिलीप और प्रगति की शादी
- 19 मार्च 2025 को पत्नी प्रगति ने प्रेमी अनुराग पुत्र राम मनोहर यादव के जरिये सुपारी किलर रामजी नगर से उनकी हत्या करा दी थी।
- 27 मार्च की रात करीब 12 बजे पुलिस ने दुर्लभ उर्फ पिन्टू पुत्र अशोक यादव व शिवम पुत्र छोटेलाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था।
- 12 जून को प्रधान रामू यादव ने सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था।
- 18 जून को पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया।
- 27 जून को साक्ष्य के अभाव के चलते प्रधान को जमानत दे दी गई थी।
- 03 जुलाई को प्रधान को जेल से रिहा कर दिया गया था।
- 15, 16 और 19 जुलाई को पत्नी प्रगति, प्रेमी, आरोपित दुर्लभ यादव और शिवम यादव की जमानत याचिका जिला सत्र न्यायालय में सत्र न्यायाधीश मयंक चौहान ने खारिज कर दी थी।
- 30 अगस्त को सभी छह आरोपितों के ऊपर गैग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
- तीन सितंबर को सुपारी किलर रामजी नगर के अछल्दा स्थित घर में चला बुलडोजर
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