World Photography Day 2021: देखिए प्रयागराज की इन तस्वीरों को, बाढ़ की विभीषिका और प्राकृतिक सौंदर्य भी
World Photography Day 2021 प्रस्तुत है इस खास दिवस पर प्रयागराज में दैनिक जागरण के छायाकारों गिरीश श्रीवास्तव और मुकेश कनौजिया की कुछ खास तस्वीर। तस्वीरों में आपको दिखेगी बाढ़ की विभीषिका स्वतंत्रता दिवस का उल्लास और संगम का नजारा
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। हर साल 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है। यह दिन तस्वीर लेने के शौकीन लोगों को प्रोत्साहित करने और उनके यागदान को याद करने के लिए हैं। प्रस्तुत है इस खास दिवस पर प्रयागराज में दैनिक जागरण के छायाकारों गिरीश श्रीवास्तव और मुकेश कनौजिया की कुछ खास तस्वीर। तस्वीरों में आपको दिखेगी बाढ़ की विभीषिका, स्वतंत्रता दिवस का उल्लास और संगम का नजारा...
उफान पर गंगा...प्रयागराज में गंगा उफना गई थीं। सावन के महीने में कुछ दिन पहले फाफामऊ में जलस्तर खतरे का निशान पार कर गया था। तीन दिन तक जलस्तर बढ़ता रहा। दोपहर में यहां रेलवे पुल से गुजरती ट्रेन मानो बता रही थी कि जिंदगी थमती नहीं। उसी दौरान ली गई थी यह तस्वीर।
बाढ़ था सिर पर... प्रयागराज में गंगा और यमुना के जलस्तर में सावन में उफान आया। इससे तटवर्ती इलाकों के निवासियों में चिंता बढ़ गई थी। संगम नोज पर रहने वाले बढ़ते जलस्तर के बीच अपना सामान समेट सुरक्षित स्थानों की तरफ जाने लगे। उसी दौरान एक दोपहर सामान समेट कर जाते तीर्थ पुरोहित।
बाढ़ में आजादी का जश्न: बाढ़ प्रभावित प्रयागराज में गंगा -यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आने के बाद ही 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर बाढ़ क्षेत्र में ही नाविकों ने आजादी का पर्व तिरंगे के साथ मनाया। रसूलाबाद घाट पर भारत माता की जयकार लगाते नाविक।
आ अब लौट चलें
गंगा और यमुना का जलस्तर घटने लगा,दो दिनों में बाढ़ का पानी कम होने से लोग वापस अपने घरों को लौटने लगे थे। उसी दौरान गंगा नगर में नाव से वापस लौटते लोगों की यह तस्वीर।
हिम्मत वतन की हमसे है: प्रयागराज में 75 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर युवाओं का उत्साह देखते ही बना। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचे इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय दृश्य कला विभाग की छात्राओं ने फेस पेंटिंग के जरिए अपनी खुशी व्यक्त की तो क्लिक कर ली गई यह तस्वीर
वीरता को नमन: प्रयागराज में संगम के वीआइपी घाट पर कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर सैंड आर्ट के जरिए उन जवानों को नमन किया गया, जिन्होंने अपना बलिदान देकर देश का मान बढ़ाया। इलाहाबाद हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएन भंडारी भी यहां पहुंचे और माल्यार्पण किया
गंगा में बाढ़: प्रयागराज में पिछले हफ्ते गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा था। दारागंज श्मशान घाट पर भी पानी जा पहुंचा। यहां रखी लकड़ी हटाई जाने लगी। अंतिम संस्कार बांध रोड पर किए जाने की व्यवस्था बनाई गई थी
यह पूर्ण रूप से भारत निर्मित भारतीय सेना का प्रथम युद्ध टैंक विजयंत है। इसे प्रयागराज के कर्नलगंज इंटर कॉलेज के विद्यार्थी के लिए इसी संस्थान के भूतपूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल शांतनु चौधरी उप सेनाअध्यक्ष द्वारा भारतीय सेना की ओर से 17 जुलाई 2004 को समर्पित किया गया था। उद्देश्य था कि भारतीय सेना के शौर्य के प्रतीक यह गौरव चिन्ह को छात्रों को हर क्षेत्र में कुछ विशेष करने के लिए प्रेरित करता रहे। लेकिन इसकी सुध न सेना को है और संस्थान को। इन दिनों यह दुर्दशा का शिकार है।
बाढ़ और किला:- प्रयागराज में पिछले दिनों यमुना भी रौद्र रूप में थीं। आलम यह रहा कि अकबर के शासनकाल में बनवाए गए किले की दीवार तक बाढ़ का पानी पहुंच गया था। इसके आसपास लगे कई मीटर ऊंचे पेड़ पानी में डूब गए। उसी दौरान किले से कुछ ऐसी दिखी बाढ़ की विभीषिका।
घनघोर घटा... प्रयागराज में मानसून सक्रिय हो चला था। आषाढ़ के आखिरी सप्ताह की शुरुआत बारिश और बूंदाबांदी के साथ हुई थी। उसी दौरान एक दिन दोपहर में आसमान साफ हुआ लेकिन शाम होते होते फिर बादलों ने घेरेबंदी कर ली। संगम क्षेत्र शंकर विमान मंडपम के पास कुछ ऐसा दृश्य नजर आया।