अलीगढ़ में महिला अस्पताल से नवजात बच्ची को ले गई महिला, रात में बरामद
प्रसव के बाद छुट्टंी होने पर महिला बची की दादी व मां को दे गई झांसा सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस को मिल सकी सफलता।
जासं, अलीगढ़ : महिला जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड के बाहर से अनजान महिला स्वजन को झांसा देकर नवजात बच्ची को चुरा ले गई। प्रसव के बाद अस्पताल से छुट्टंी होने पर महिला काफी देर तक बच्ची की मां व दादी के पास बैठी रही। बातों में लेकर पहले दादी को रिश्तेदार के बुलाने का हवाला देकर भेज दिया। फिर मां को बच्ची के लिए गरम टोपी दिलाने का झांसा देकर फरार हो गई। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस देररात महिला तक पहुंच गई। रात को पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। बच्ची को ले जाने के पीछे अपहरण मकसद था या कुछ और, पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
भुजपुरा निवासी रईस मोहम्मद मजदूरी करते हैं। रविवार को उन्होंने पत्नी साकिरा को महिला अस्पताल में भर्ती कराया। रात में साकिरा ने बेटी को जन्म दिया। रईस के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 11 बजे अस्पताल से छुट्टी मिल गई। प्रसव के लिए साकिरा को अस्पताल लेकर पहुंची आशा कार्यकत्री ने कहा कि आप बाहर खड़े हो जाओ, मैं कागज तैयार करा देती हूं। सलीम की मां अनीशा बच्ची को लेकर वार्ड के बाहर बैठ गई। साथ में साकिरा भी थी। तभी अनजान महिला भी पास आकर बैठ गई। महिला बातचीत करने लगी। अनीशा को बातों में लेकर कहा कि तुम्हारे देवर तुम्हें तलाश रहे हैं। दूसरी तरफ इशारा करके कहा कि जाकर देख आओ। अनीशा चली गई और बच्ची को महिला ने अपनी गोद में ले लिया। जाते-जाते अनीशा ने साकिरा से ध्यान रखने को कहा। कुछ देर बाद महिला ने साकिरा से कहा कि बच्ची को ठंड लग रही होगी। मैं इसके लिए गरम टोपी ले आती हूं। इतना कहकर महिला बच्ची को लेकर चली गई। अनीशा लौटकर आई तो महिला को गायब देख होश उड़ गए। करीब आधा घंटे तक महिला की तलाश की गई। न मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। सीओ मोहसिन खान के नेतृत्व में बच्ची की तलाश में पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं। सीसीटीवी खंगाले गए। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बच्ची को बरामद कर लिया गया है। घटना दुर्भाग्यपूर्ण : आजाद
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया महानगर अध्यक्ष बाबा फरीद आजाद ने पीड़ित परिवार से मिलकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। आजाद ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार बेहद गरीब है। शासन प्रशासन को मदद करनी चाहिए। इसे लेकर प्रतिनिधिमंडल अधिकारियों से मिलेगा।