IPS Transfer: जे.रविंद्र गौड़ आगरा के नए पुलिस आयुक्त बने, DGP ऑफिस तक पहुंचा था 'ऑपरेशन कब्जा', सुर्खियों में था आगरा कमिश्नरेट
आगरा के पुलिस आयुक्त को मुख्यालय में संबंद्ध किया है। गोरखपुर रेंज के आइजी जे. रविंद्र गौड़ बनाए गए नए पुलिस आयुक्त। डा. प्रीतिंदर सिंह वर्ष 2004 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। पंजाब के रहने वाले डा. प्रीतिंदर सिंह ने पटियाला गवर्नमेंट कालेज से एमबीबीएस किया है। वह आइपीएस बनने के बाद सबसे पहले आगरा में ही एएसपी रहे थे।

जागरण संवाददाता, आगरा। पुलिस द्वारा जमीन पर कब्जा दिलाने को फर्जी मुकदमा दर्ज कर परिवार काे जेल भेजने का मामला डीजीपी कार्यालय पहुंचने के बाद आगरा कमिश्नरेट सुर्खियों में था। मामला तूल पकड़ने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष और बिल्डर समेत समेत कई पुलिसकर्मियों के विरुद्ध डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया।
मामले में खाकी और खादी के गठजोड़ की एक के बाद एक खुलती परतों और विवादों के बीच मंगलवार को पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह का तबादला हो गया। उन्हें पुलिस मुख्यालय से संबंद्ध किया है। उनकी जगह गोरखपुर रेंज के आइजी जे. रविंद्र गौड़ आगरा के नए पुलिस आयुक्त होंगे।
आगरा में पहले पुलिस आयुक्त बने थे
वर्ष 2022 में आगरा पुलिस कमिश्नरेट बना था। डा. प्रीतिंदर सिंह ने नवंबर 2022 पहले पुलिस आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण किया था। वह करीब 14 महीने तक यहां पुलिस आयुक्त रहे। सितंबर 2023 में जगदीशपुरा पुलिस द्वारा बेशकीमती करीब साढ़े चार बीघा जमीन पर बिल्डर समेत को कब्जा दिलाने के लिए रवि कुशवाह और शंकरिया के परिवार पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था।
पीड़ित परिवार ने डीजीपी तक की शिकायत
इसकी शिकायत पीड़ित परिवार द्वारा डीजीपी से करने पर वहां से विशेष जांच कराई गई। इसमें जगदीशपुरा पुलिस पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई। मामला तूल पकड़ने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार और बिल्डर कमल चौधरी समेत 18 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद से आगरा कमिश्नरेट में खाकी और खादी की गठजोड़ का मामला सुर्खियां बना हुआ है।
पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह के स्थानांतरण को लोग इसी विवाद से जोड़कर देख रहे हैं। उन्हें फिलहाल डीजीपी कार्यालय से संबंद्ध किया गया है।
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