मतांतरण गैंग को Pakistan से भी मिल रही थी फंडिंग, चंगुल से छूटी लड़कियों ने खोले राज; MLM में काम के दौरान हुई दोस्ती
आगरा में मतांतरण गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है जिसमें पाकिस्तान से फंडिंग के सबूत मिले हैं। बरेली और देहरादून की युवतियों से पूछताछ में पता चला कि दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी तहसीन और दिल्ली के सुलेमान गिरोह को पैसे भेजते थे। युवतियों को बहला-फुसलाकर मतांतरण कराया जाता था और फिर उनका निकाह करा दिया जाता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। अवैध मतांतरण गिरोह के सरगना और सदस्यों से चल रही पूछताछ के बाद पुलिस ने बरेली और देहरादून की दो युवतियों को बरामद किया है। रिटायर्ड वायुसेनाकर्मी की बेटी का मतांतरण के बाद निकाह करा दिया गया था, जबकि देहरादून की युवती के निकाह की तैयारी चल रही थी।
बरेली की युवती ने दुबई में बैठे पाकिस्तानी सदस्यों के फंडिंग और गतिविधियों की जानकारियां दी हैं। वहीं, देहरादून की युवती ने पुलिस के गवाह के रूप में कोर्ट में बयान दर्ज कराए हैं। इसके बाद शुक्रवार को आगरा पुलिस की टीमें राजस्थान, दिल्ली, मप्र, झारखंड व महाराष्ट्र रवाना हो गई हैं।
दाे युवतियों को किया बरामद, सरगना अब्दुल रहमान समेत 11 सदस्यों से पूछताछ
दो बहनों के मतांतरण में गिरफ्तार सरगना अब्दुल रहमान समेत 11 सदस्यों से पूछताछ के बाद पुलिस ने दो युवतियों को बरामद किया। बरेली के रिटायर्ड वायुसेनाकर्मी की बेटी सुमैया (मतांतरित नाम) ने बताया वह देहरादून से एमएफए कर रही है। 2020 में आनलाइन मल्टी लेवल मार्केटिंग ज्वाइन करने के दौरान उसकी दोस्ती बरेली की उरूज और पंपोर की तैयबा से हुई।
कलमा पढ़वाकर मतांतरित कराया
2022 में उरूज ने कलमा पढ़वाकर मतांतरित कराया और सुमैया नाम दिया। उरूज और तैयबा के माध्यम से सुमैया की मुलाकात कश्मीर के बासित मुश्ताक से हुई। उसने दिल्ली के अब्दुल्ला उर्फ अभिनव के रिवर्ट इस्लाम ग्रुप से जुड़वा दिया।
सुमैया ने दी जानकारी, पाकिस्तानी तहसीन से ऑनलाइन दीनी तालीम
सुमैया ने बताया कि दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी तहसीन से वह ऑनलाइन दीनी तालीम लेने लगी। उससे अन्य युवतियां भी जुड़ी हैं। वे सब ईमान नाम से एक वाट्सएप ग्रुप चलाते हैं। अब्दुल्ला के माध्यम से वह गिरोह के अब्दुल रहमान के संपर्क में आई।
मतांतरित एक युवती का सरगना के पते पर बनवाया गया आधार कार्ड
अब्दुल रहमान ने अपने घर पर ही उसका निकाह रिवर्ट मुस्लिम अब्दुल्ला से करवाया व सुमैया के नाम से आधार कार्ड अपडेट करवा दिया। सरगना के पते पर ही उसका पासपोर्ट बनना था। दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी तहसीन, तनवीर और दिल्ली का सुलेमान समय-समय पर गिरोह के लिए फंडिंग करते थे। वह दुबई से अब्दुल रहमान व आयशा के खाते में रकम भेजते थे।
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