रक्षाबंधन से पहले FSDA की कार्रवाई, गोदाम में छापा मारकर पकड़ा नकली देसी घी; इस तरह करें शुद्धता की पहचान
आगरा के एत्मादपुर में एफएसडीए टीम ने एक गोदाम पर छापा मारकर तीन कुंतल नकली देसी घी बरामद किया। यह घी हरियाणा के नूह से आपूर्ति किया गया था और कासगंज हाथरस भेजा जाना था। शिकायत मिलने पर डीएम के आदेश पर कार्रवाई हुई। टीम ने मौके से पांच नमूने लिए और गोदाम को सील कर दिया। जाँच में घी नकली पाया गया है।

जागरण संवाददाता, आगरा। अगर आप देसी घी खरीद रहे हैं तो एक बार अच्छी तरीके से जांच कर लें। घेवर और मिठाइयां खरीदने के दौरान जल्दबाजी न करें। एक बार अच्छी तरीके से चेक जरूर कर लें। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) टीम ने शुक्रवार शाम चार बजे नगला ज्ञान सिंह एत्मादपुर तहसील के पास (आइओसी रोड) स्थित एक गोदाम पर छापा मारा।
गोदाम से तीन कुंतल देसी घी बरामद किया गया। 15 दिन पूर्व नूह हरियाणा के दीपक खान ने घी की आपूर्ति की थी। घी की आपूर्ति कासगंज और हाथरस में होनी थी। पूरा घी पांच ड्रमों में रखा हुआ था। पांच नमूने लेने के बाद टीम ने गोदाम को सील कर दिया। जल्द ही टीम हरियाणा भी जाएगी। घी से घेवर और मिठाइयां बननी थीं।
एफएसडीए टीम ने एत्मादपुर के गोदाम में मारा छापा, हाथरस और कासगंज में भेजा जाना था
मक्खनपुर फिरोजाबाद के किशोर शर्मा ने एफएसडीए ने लाइसेंस ले रखा है। यह लाइसेंस न्यू कृष्णा एंटरप्राइजेज के नाम से है। एक साल पूर्व नगला ज्ञान सिंह, एत्मादपुर तहसील में गोदाम खोला। जलेसर और शिकोहाबाद से क्रीम मंगाया जाता था। यहीं से लूज देसी घी कासगंज, हाथरस सहित अन्य जिलों को बेचा जाता था। एक माह पूर्व किशोर ने नूह हरियाणा के दीपकखान से संपर्क किया। दीपक ने 295 रुपये प्रति किग्रा से घी की बिक्री की बात कही।
नूह के दीपक खान ने 15 दिन पूर्व की थी आपूर्ति, नमूने लेने के बाद गोदाम सील
15 दिन पूर्व दीपक ने तीन कुंतल घी की आपूर्ति कर दी। घी में रवा जैसे दाना थे। पिछले दिनों इसकी शिकायत डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से हुई। शुक्रवार शाम चार बजे सहायक आयुक्त खाद्य महेंद्र प्रताप श्रीवास्तव ने टीम के साथ छापा मारा। गोदाम में पांच ड्रमों में तीन कुंतल घी बरामद किया गया। ढाई घंटे तक टीम ने दस्तावेजों की जांच की। जांच में नकली देसी घी मिला। पांच नमूने लेने के बाद गोदाम को सील कर दिया गया। सहायक आयुक्त खाद्य ने बताया कि नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रुपये लेने नहीं आया दीपक
पूछताछ में किशोर शर्मा ने बताया कि तीन कुंतल घी की खरीद 1.26 लाख रुपये में हुई थी। घी भेजने के बाद दीपक को 83 हजार रुपये भेजे गए। बाकी रुपये लेने के लिएदीपक नहीं आया। यहां तक मोबाइल भी बंद कर लिया।
कहरई रोड में पकड़ी गई थी देसी घी की फैक्ट्री
एफएसडीए ने दो जनवरी 2025 को कहरई रोड स्थित एक फैक्ट्री में छापा मारा था। यहां से डेढ़ कुंतल घी बरामद किया गया था। ग्वालियर से नीरज अग्रवाल, पंकज अग्रवाल और बृजेश अग्रवाल वाटसएप के माध्यम से कारोबार चला रहे थे। डेढ़ दर्जन राज्यों को घी की आपूर्ति हो रही थी। आरोपित बाजार से सस्ते मूल्य पर रिफाइंड, वनस्पति घी, पाम आयल खरीदते थे। 170 रुपये प्रति किलोग्राम में नकली घी तैयार करके उसे 600 रुपये में बेचते थे। एसेंस के साथ थोड़ा सा असली घी मिलाकर नकली देशी घी तैयार करते थे।
यह है देसी घी की पहचान का तरीका
- कुछ मात्रा में घी लें। उसे गर्म करें। अगर घी तुरंत पिघल जाता है और रंग भूरा रहता है तो वह असली घी है। समय लगने और घी का रंग पीला होने पर उसमें मिलावट की गई है।
- आयोडीन की कुछ बूंदें लें। अगर घी में फैट मिलाया गया है तो इसका रंग बैंगनी हो जाएगा।
- एक चम्मच घी को गर्म पानी में मिलाएं। शुद्ध घी पूरी तरह से घुल जाएगा।
- हाइड्रो क्लोरिक एसिड टेस्ट से भी घी की शुुद्धता की पहचान की जा सकती है। अगर घी का रंग लाल है तो इसमें मिलावट की गई है।
30 लिए गए नमूने
एफएसडीए टीम ने इस वित्तीय साल में अभियान चलाकर अब तक 30 नमूने लिए हैं। सबसे अधिक नमूने ग्रामीण क्षेत्रों से लिए गए हैं। 15 नमूनों की रिपोर्ट आ गई है। अधोमानक निकले हैं। एडीएम सिटी कोर्ट में वाद दायर कराया गया है। कोर्ट से अधिकतम पांच लाख रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।
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