Agra News: मुजफ्फर नगर में फंदे पर मिला था आबकारी उप निरीक्षक का शव, स्वजनों ने सुसाइड नोट पर उठाए सवाल
Agra News मुजफ्फर नगर के पुरकाजी में शुगर मिल परिसर में 27 अक्टूबर को फंदे पर मिला था शव। आगरा में सिकंदरा आवास विकास कालोनी सेक्टर छह के रहने वाले थे। भाइयों का कहना है सुसाइड नोट की जांच से मृत्यु के कारणों की तह तक पहुंचा जा सकता है।

आगरा, जागरण संवाददाता। मुजफ्फर नगर के पुरकाजी थाना क्षेत्र स्थित शुगर मिल परिसर में 27 अक्टूबर को आबकारी उप निरीक्षक अशाेक कुमार का फंदे पर लटका शव मिला था। स्वजन ने उनकी मृत्यु के पीछे षड़यंत्र की आशंका जताई है। उनके कमरे से मिले सुसाइड नोट पर स्वजन के कई सवाल हैं। उनका कहना है पुलिस उसकी विस्तृत जांच करे। छोटे भाई आनंद कुमार ने मुजफ्फर नगर के पुरकाजी थाने में प्राथमिकी लिखाई है। जिसमें आबकारी विभाग व उत्तम शुगर मिल के अधिकारियों को उनकी मृत्यु का जिम्मेदार ठहराते हुए आरोपित बनाया है।
दीपावली के अगले दिन आया था फोन
आबकारी उप निरीक्षक 56 वर्षीय अशोक कुमार का परिवार मूलरूप से मथुरा के थाना फरह के गांव मलिकपुर का रहने वाला है। वह करीब 22 वर्ष से जगदीशपुरा की आवास विकास कालोनी सेक्टर छह में रह रहा है। अशोक कुमार पांच भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। भाइयों विनोद कुमार, श्रीकृष्ण और श्री प्रकाश ने बताया कि दीपावली से दो दिन पहले अशोक घर आए थे। उस समय वह तनाव में दिखाई दे रहे थे। दीपावली के अगले दिन उनके मोबाइल पर फोन अाया, वह शाम को घर से निकल गए थे। उन्हें 27 अक्टूबर को उनकी मृत्यु की जानकारी मिली।
जवाब मांगते स्वजन के सवाल
भाइयाें के अनुसार अशोक के कमरे से मिले एक पृष्ठ मिला है, जिसके दोनों ओर लिखा हुआ है। जिसे उनका सुसाइड नोट बताया जा रहा है। जिसे लेकर उनके कुछ सवाल हैं, जिनका पुलिस को जवाब खोजना चाहिए।
- सुसाइड नोट में अशोक ने तीन स्थान पर हस्ताक्षर किए हैं, जबकि वह दो पृष्ठ का है।
- सुसाइड नोट के अंत में एक व्यक्ति के लिए लाइन लिखी हुई है कि उसकी कोई गलती नहीं है। उक्त लाइन के नीचे अशोक के हस्ताक्षर हैं। इस हस्ताक्षर व लाइन की जांच होनी चाहिए।
- शुगर मिल में शीरे को लेकर क्या गड़बड़ी चल रही थी, इसकी उच्च स्तरीय विस्तृत जांच की जाए।
- वह कौन सा कारण रहा, जिसके चलते अशोक कुमार 25 अक्टूबर को शुगर मिले पहुंचे, एक दिन बाद ही फंदे पर उनका शव लटका मिला।
- अशोक कुमार पर किसी व्यक्ति द्वारा दबाव बनाया जा रहा था कि उसकी पहुंच इलाहाबाद तक है, उन्हें दबाव में लेने वाले व्यक्ति की विस्तृत जांच हो।
लंबाई के चलते नहीं पसंद आई थी कोई युवती
स्वजन ने बताया कि अशाेक कुमार की लंबाई छह फीट एक इंच थी। जिसके चलते वह लंबी लड़की से शादी करना चाहते थे। उनके पास कई रिश्ते आए, लेकिन लंबी लड़की न मिलने के चलते उन्होंने शादी नहीं की थी।
फिरोजाबाद से दो महीने पहले गए थे
अशोक कुमार वर्ष 1989 में आबकारी विभाग में आरक्षी भर्ती हुए थे। इस दौरान वह मथुरा, अागरा, कासगंज, हाथरस, अलीगढ़ और फिरोजाबाद में तैनात रहे। इस वर्ष दो जुलाई 2022 में उनका स्थानांतरण मुजफ्फर नगर हुआ था।
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