स्वीडन की तर्ज पर आगरा-दिल्ली नेशनल पर हाईवे बनेगाा इलेक्ट्रिक हाईवे! इस तरह होगा वाहनों का संचालन
Agra News स्वीडन की तर्ज पर आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे को इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की योजना है। इससे पर्यावरण को फायदा होगा वाहनों की गति बढ़ेगी और दुर्घटना की आशंका कम होगी। इलेक्ट्रिक हाईवे के निर्माण से हाईवे पर प्रदूषण में कमी आएगी। पहला इलेक्ट्रिक नई दिल्ली से जयपुर के मध्य बनेगा। 225 किमी लंबे हाईवे पर 55 सीटर बसों का संचालन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, आगरा। छोटा लेकिन अच्छा प्रयास। दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर इलेक्ट्रिक हाईवे की फिजिबिलिटी देखी जा रही है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा इलेक्ट्रिक हाईवे की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इलेक्ट्रिक हाईवे बनने से पर्यावरण को फायदा होगा। वाहनों की गति भी बढ़ जाएगी। दुर्घटना की आशंका भी कम रहेगी।
पहला इलेक्ट्रिक नई दिल्ली से जयपुर के मध्य बनेगा
स्वीडन की तर्ज पर भारत में भी इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की तैयारी चल रही है। पहला इलेक्ट्रिक नई दिल्ली से जयपुर के मध्य बनेगा। 225 किमी लंबे हाईवे पर 55 सीटर बसों का संचालन किया जाएगा। नई दिल्ली-आगरा हाईवे पर इलेक्ट्रिक हाईवे बन सकता है या फिर, इसकी फिजिबिलिटी देखी जा रही है। वर्तमान में नेशनल हाईवे छह लेन का हो गया है। हाईवे के दोनों तरफ एक-एक लेन की भूमि छूटी है।
पर्यावरण के लिए पूरी तरह से अनुकूल, वाहनों की बढ़ेगी गति
एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि इलेक्ट्रिक हाईवे का निर्माण कठिन नहीं है। एक लेन पर यह बन सकता है। दोनों तरफ क्रैश बैरियर या फिर अन्य दीवार बनानी होगी। ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन बिछाई जाएगी जो भी वाहन चलेंगे। उन सभी में पेंटो लगा होगा। जैसे ही यह इलेक्ट्रिक हाईवे में वाहन प्रवेश करेंगे। पेंटो को ऊपर उठाना होगा। यह ओएचई से छूते ही बिजली की आपूर्ति चालू हो जाएगी। वाहनों की गति 100 से 120 किमी प्रति घंटा तक आसानी से हो सकती है।
हर वाहन इलेक्ट्रिक हाईवे पर नहीं चलेगा, पेटो और अच्छे टायर वालों को इजाजत
एनएचएआई के अधिकारी ने बताया, कि इलेक्ट्रिक हाईवे पर हर वाहन नहीं चलेगा। जिन वाहनों में पेंटो लगा होगा और टायरों की दशा ठीक होगी। उन सभी को चलाया जाएगा। इलेक्ट्रिक हाईवे से पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
इलेक्ट्रिक हाईवे का फायदा
पेट्रोल और डीजल की बचत होगी। वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी। इससे पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचेगा। मालभाड़ा की दरें थोड़ी सस्ती होंगी।
यूं होगा वाहनों का संचालन
ट्रेनों की तर्ज पर इलेक्ट्रिक हाईवे का कंट्रोल रूम बनेगा। हाईवे पर चलने वाले प्रत्येक वाहन की जानकारी कंट्रोल रूम को होगी। वाहनों की गति सीमा पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी।
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इवी चार्जिंग व अन्य सुविधाएं
इलेक्ट्रिक हाइवे पर हर प्रकार की इलेक्ट्रिक व्हीकल चल सकती है, इस हाइवे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल को इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को कई सुविधा मिलती है, जिसमें पेट्रोल पंप के तर्ज पर ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, लागू होने के बाद बैटरी स्वाइपिंग मशीन आदि सुविधाएं शामिल हैं।
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