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    Agra Flood News: नौ गांवों में भरा चंबल का पानी, एक हजार लोगों ने किया पलायन; देखें तस्वीरें

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 03:28 PM (IST)

    चंबल नदी में जलस्तर बढ़ने से आगरा के कई गाँव जलमग्न हो गए हैं जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो हजार बीघा से अधिक फसलें नष्ट हो गई हैं और कई लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। एसडीआरएफ की टीम राहत कार्यों में जुटी है और जिला प्रशासन द्वारा राशन किट का वितरण किया जा रहा है।

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    बाह उमरैठा पुरा गांव में घरों तक पहुंचा चंबल की बाढ़ का पानी परेशान महिलाएं

    संवाद सूत्र, जागरण-बाह। चंबल नदी में उफान जारी है। गुरुवार को जलस्तर में दो मीटर की बढ़ोतरी हुई। रात नौ बजे तक जलस्तर 134 मीटर पर पहुंच गया। जलस्तर बढ़ने के चलते गोहरा, रानीपुर, भटपुरा, गुढ़ा सहित नौ गांवों के सभी घरों में पानी भर गया।

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    एक हजार से अधिक लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थलों पर पहुंच गए। इन सभी गांवों का तहसील मुख्यालय से पहले से ही संपर्क टूट चुका है। बिजली की आपूर्ति को बंद कर दिया गया है। राहत कार्य में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) लगी रही। बाढ़ से अबतक दो हजार बीघा से अधिक फसलें नष्ट हो चुकी हैं। वहीं शुक्रवार शाम से जलस्तर में कमी आ सकती है।

    कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़ने के चलते गुरुवार को दो मीटर जलस्तर बढ़ा। चंबल नदी में उफान से 35 गांवों के 30 हजार लोगों की नींद उड़ गई है। गुरुवार को गोहरा, रानीपुर, भटपुरा, गुढ़ा, झरनापुरा, कछियारा, डोगरा, रेहापुरा, उमरैठा पुरा गांव की गलियों और घरों में पानी भर गया। इससे लोग छतों में पहुंच गए। सामान बाहर निकाल कर ले गए।

    बाह के उमरैठा पुरा के मकान में घुसा बाढ़ का पानी।- जागरण 

    बचाव राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ की दिन भर दौड़ती रही। शाम तक एक हजार लोगों ने गांवों से पलायन कर लिया। एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला ने संबंधित गांवों का दौरा किया। उन्होंने बताया कि तीन स्टीमर से ग्रामीणों का हाल जाना जा रहा है। एसडीआरएफ और पीएसी को लगा दिया गया है।

    बंद हुए मोबाइल, नहीं मिल रहा अपनों का हाल

    चंबल का जलस्तर बढ़ने के बाद नौ गांवों की बिजली काट दी गई है। बिजली न आने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश लोगों के मोबाइल बंद हो गए हैं। इससे अपनों का हाल नहीं मिल पा रहा है। लोगों के पास मिट्टी का तेल नहीं है।

    गैस सिलेंडर खत्म होने पर लकड़ियों का प्रयोग कर रहे हैं। गोहरा के बल्ली यादव, पुरा भगवान के सुरेश सिंह, गुढ़ा के धन सिंह उमरैठा पुरा के श्याम सिंह मोबाइल चार्ज न होने पर परेशानी को अगर किसी को बताएं तो बताएं कैसे।

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    बाह के गोहरा रानीपुर भटपुरा गांव को जाने वाले सड़क मार्ग पर चार से पांच फीट तक भरा बाढ़ का पानी


    झरनापुरा में मगरमच्छ का पशु पर हमला

    गुरुवार शाम झरनापुरा के किसान दुर्वीन सिंह के घर के बाहर पशु बंधे हुए थे। दरवाजे से 20 मीटर की दूरी तक चंबल का पानी पहुंच गया है। अचानक मगरमच्छ पहुंच गया। भैंस की पूंछ पकड़कर पानी की ओर खींचने लगा। यह देखकर ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लाठी डंडे लेकर मगरमच्छ पर हमला बोल दिया तब जाकर जान बच सकी।

    पुराने पुल के ऊपर से रौद्र रूप में बहती चंबल नदी।- जागरण।


    बाढ़ पीड़ितों को स्टीमर से पहुंचाई गई राशन किट

    जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को गुरुवार से राशन किट का वितरण शुरू कर दिया है। पहले दिन 500 राशन किट का वितरण किया गया। स्टीमर से राशन किट संबंधित गांवों में पहुंचाई गई है। एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला ने बताया कि किट में आटा, आलू, चावल सहित अन्य जरूरत का सामान है। वहीं झरनापुरा, सिमराई, गोहरा में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर दवाओं का वितरण किया। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव भी गांव में पहुंचे।