'मेरे भाई को पुलिस ने दोपहर में उठाया, रात में मारी गोली', चांदी लूट मामले में खाकी की कार्रवाई पर उठे सवाल!
आगरा में चांदी लूट के मामले में मारे गए नीरज बघेल के भाई ने पुलिस मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीरज को पुलिस ने फंसाया और मुठभेड़ में मार दिया। उनका कहना है कि नीरज लूट में शामिल नहीं था और पुलिस ने उसे जिंदा पकड़ा था फिर भी मार दिया। उन्होंने इस मामले की उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। चांदी लूट के आरोप में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए नीरज बघेल के भाई ने मथुरा पुलिस पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मेरे भाई को गुरुवार सुबह मथुरा पुलिस ने ग्वालियर रोड पर स्थित बाद गांव से उठाया था। दोपहर में पुलिस की टीम उनके घर से चांदी बरामद करने पहुंची थी।
इसके बाद रात में मुठभेड़ में उसको गोली मार दी। उनका भाई लूट में शामिल नहीं था। उसे फंसाकर मरवाया गया है। अगर उसको पुलिस ने लूट के आरोप में मौत की दी है तो अन्य को भी यही सजा देनी चाहिए। गुजरात से लौटने के बाद शनिवार को उन्होंने खुलकर अपना पक्ष रखा।
पुलिस ने नीरज बघेल को मुठभेड़ में मार गिराया था
मथुरा के सर्राफ की 75 किलोग्राम चांदी लूट के मामले में गुरुवार रात सैंया के गांव धाना तेहरा के रहने वाले नीरज बघेल को मथुरा पुलिस ने फरह क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया था। उसका एक साथी घायल हुआ था। शनिवार दोपहर नीरज के बड़े भाई मनोज गुजरात से अपने गांव में पहुंच गए। नीरज तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई नीरज और नरेंद्र ट्रक चलाते हैं। दोनों मुठभेड़ के समय गुजरात में थे। जानकारी मिलने पर वे वापस आ गए।
कांवड़ लेने सोरों गया था नीरज
मनोज ने बताया कि नीरज किसी मजिस्ट्रेट की प्राइवेट गाड़ी चलाता था। 26 जुलाई को वह कांवड़ लेने सोरों गया था। सोमवार को वह कांवड़ लेकर वापस आया और मंदिर में कांवड़ चढ़ाई। मंगलवार को वह पूरे दिन घर पर ही रहा था। बुधवार को भी वह घर पर ही रहा। गुरुवार को उसने खाना बनाने में भाभी की मदद की। दोपहर में उसके पास कोई कॉल आई। इसके बाद वह सुबह 10.30 बजे घर से गया। करीब 11 बजे मथुरा पुलिस ने उसे ग्वालियर रोड पर स्थित बाद गांव उसे उठा लिया।
पुलिस ने घर में घुसकर चांदी बरामद दिखा दी
दोपहर तीन बजे पुलिस उनके घर पहुंची और नीरज के कमरे में घुस गए। वहां से चांदी बरामदगी दिखाई गई। मंगलवार रात को हुई लूट में वह शामिल नहीं था। यह हो सकता है कि किसी ने उन्हें चांदी रखने को दी हो। पुलिस ने उसे जिंदा पकड़कर चांदी बरामद कर ली थी तो मारने की क्या जरूरत थी? भाई किसी साजिश का शिकार हुआ है। उसकी बाइक और मोबाइल अभी बरामद नहीं हुआ है।
भाई रो-रोककर कह रहा, उसके भाई का कभी किसी से झगड़ा तक नहीं हुआ
भाई रो-रोककर कह रहा है कि उसके भाई का कभी किसी से झगड़ा तक नहीं हुआ है। उसके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं है। अगर लूट करने के आरोप में पुलिस सजा ए मौत दे रही है तो सभी लुटेरों को मारा जाए। मनोज का कहना है कि वे इस मामले की उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।
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