पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के नाती दिव्यांश चौधरी की दहशत; बेटी के लिए सुरक्षा मांग रहा पिता, कार चढ़ाने के बाद खौफ में युवती
बेटी के उत्पीड़न पर समाज की चुप्पी बेटी के उत्पीड़न को पांच दिन हो चुके हैं। घटना की गूंज लखनऊ तक है। इसके बाद भी पंजाबी समाज के नेता चुप्पी साधे हुए हैं। छोटी-छोटी बातों पर चेहरा चमकाने वाले जमीनी स्तर पर तो दूर इंटरनेट पर भी घटना का विरोध नहीं कर पाए हैं। दिव्यांश चौधरी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर।
जागरण संवाददाता, आगरा। युवती और उसके पिता पर कार चढ़ाने का प्रयास करने वाला पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह का नाती दिव्यांश चौधरी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपित के खुला घूमने के कारण युवती दहशत और अवसाद में आ गई है। घटना के बाद से घर से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। वापस नौकरी करने भी नहीं गई है।
पुलिस आयुक्त ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए सर्किल की टीम के साथ एसओजी को भी लगाया है। सर्विलांस टीम दिव्यांश के एक दर्जन से अधिक करीबियों पर नजर रखे है। वारदात के बाद और पहले उससे बात करने वाले हर व्यक्ति के बारे में जानकारी की जा रही है। पीड़ित युवती और उसका परिवार पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। आरोपित के रसूख के कारण गिरफ्तारी न किए जाने का आरोप लगा रहे हैं।
दिव्यांश ने कार चढ़ाने का किया था प्रयास
15 अप्रैल की रात शाहगंज के कोठी मीना बाजार रोड पर पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के नाती दिव्यांश चौधरी ने जूता व्यवसाई विवेक महाजन और उनकी बेटी पर कार चढाने का प्रयास किया था। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। स्वजन और पड़ोसियों ने सड़क पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने आरोपित पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पांच दिन से आरोपित फरार है। पुलिस लगातार दबिश देने का दावा कर रही है।
आरोपित का पता लगाने की कोशिश
एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि थाना पुलिस के साथ एसओजी आरोपित की तलाश में जुटी हुई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसके अन्य साथियों की उपस्थिति के बारे में पता किया जा रहा है। आरोपित का मोबाइल बंद होने के कारण लोकेशन नहीं मिल पा रही है। पुलिस जांच में आरोपित द्वारा लखनऊ में किए हंगामे समेत अन्य पुराने मामलों को भी शामिल किया गया है।
युवती ने पूर्व में जितनी बार पुलिस हेल्पलाइन के नंबरों पर शिकायत की है,सभी को केस डायरी में दर्ज किया जा रहा है। आरोपित की सीडीआर पुलिस ने निकाल ली है। उसके संपर्क में आए सभी जांच के घेरे में हैं। युवती और उसके पिता के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस गई थी। उसकी तबियत ठीक न होने के कारण बयान नहीं दर्ज हो पाए हैं। 161 के बयान दर्ज होने के बाद थाने से आरोपित पर इनाम घोषित करने की संस्तुति रिपोर्ट भेजी जाएगी।
रसूख नहीं आ रहा काम
आरोपित के स्वजन एक माननीय के साथ पुलिस अधिकारियों के पास राहत की उम्मीद लेकर चक्कर लगा चुके हैं। मामला लखनऊ तक पहुंचने के बाद पुलिस अब आरोपित की गिरफ्तारी के हर संभव प्रयास कर रही है। पुलिस को आरोपित के बारे में कुछ पुख्ता जानकारियां मिली हैं,हालांकि पुलिस अभी कोई बात सार्वजनिक नहीं कर रही है।
पिता ने मांगी बेटी के लिए सुरक्षा
युवती के पिता का कहना है कि उनकी बेटी की लखनऊ में नौकरी है। आरोपित और उसका परिवार बहुत रसूखदार है। इनके द्वारा और लोगों को भी परेशान किया जाता रहा है। उन्हें पुलिस का कोई खौफ नहीं है।पुलिस जब बेटी को सुरक्षा मुहैया करवाएगी तभी उसे नौकरी के लिए जाने देंगे।बेटी अभी अवसाद में है। पूरा परिवार घटना के बाद से भयभीत और परेशान है।