Agra Metro: तुर्किये की कंपनी के पास आगरा मेट्रो की टिकटिंग का ठेका, रद्द हो सकता है लाइसेंस
Agra Metro Rail आगरा मेट्रो के स्वचालित किराया संग्रह का ठेका तुर्किये की कंपनी असिस इलेक्ट्रॉनिक्स को मिला है जिसका ड्रोन पाकिस्तान ने इस्तेमाल किया था। वर्तमान में छह स्टेशनों पर आठ ट्रेनें चल रही हैं। कंपनी ने सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर एक टेस्ट सेंटर भी खोला है। अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है और आगे का निर्णय लखनऊ मुख्यालय से होगा।

जागरण संवाददाता, आगरा। Agra Metro: ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ने जिस तुर्किये कंपनी के ड्रोन से हमला किया था। यह हमला आठ और नौ मई की रात को हुआ था। भारत के जवानों ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया। तुर्किये के ड्रोन को मार गिराया। उसी असिस इलेक्ट्रॉनिक वे बिलिसस सिस्टमरी एएस को आगरा मेट्रो के स्वचालित किराया संग्रह का ठेका मिला हुआ है।
यह ठेका एक साल पूर्व मिला था। वर्तमान में छह मेट्रो स्टेशन में आठ मेट्रो का संचालन किया जा रहा है। तुर्किये की कंपनी का ठेका रद हो सकता है। आगरा के अलावा भोपाल और इंदौर मेट्रो का भी इसी कंपनी के पास ठेका है।
शहर में 30 किलोमीटर होगा मेट्रो कोरिडोर
शहर में 30 किमी लंबा मेट्रो कारिडोर होगा। प्राथमिकता वाला छह किमी लंबा कारिडोर फरवरी 2024 में बनकर तैयार हुआ था। छह मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताजमहल स्टेशन पर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। मेट्रो में इलेक्ट्रानिक टिकटिंग सिस्टम लागू है। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने इसका ठेका असिस इलेक्ट्रॉनिक वे बिलिसस सिस्टमरी एएस को दिया।
हार्डवेयर और टेस्ट सेंटर भी खाेला
यह कंपनी मूलरूप से तुर्किये की है। इस कंपनी ने साफ्टवेयर और हार्डवेयर पर एक टेस्ट सेंटर भी खोला। इसमें 156 कियोस्क, 68 बारकोड, 27 स्टेशन कंप्यूटर, 24 अतिरिक्त एक्सेस बैरियर्स की सेवा दी गई। वर्तमान में मेट्रो का संचालन छह स्टेशनों में होता है। हर दिन आठ ट्रेनें चलती हैं। पांच हजार यात्री सफर करते हैं। भारत और पाकिस्तान के मध्य टकराव के बाद तुर्किये की कंपनी का लाइसेंस रद हो रहा है। ऐसे में यह वही कंपनी है जिसके ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान ने किया।
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
आगरा मेट्रो के अलावा इस कंपनी को इंदौर और भोपाल मेट्रो का भी स्वचालित किराया संग्रह का ठेका मिला हुआ है। आगरा मेट्रो के अधिकांश अधिकारियों ने इसे लेकर चुप्पी साध ली है।
स्वचालित किराया का ठेका तुर्किये की कंपनी को मिला है या नहीं, इसकी जानकारी सीधी तौर पर नहीं है। मेट्रो के संचालन विभाग से इसकी जानकारी मांगी गई है। इसे लखनऊ मुख्यालय भेज दिया जाएगा। आगे का निर्णय वहीं से होगा। अरविंद कुमार राय, परियोजना निदेशक आगरा मेट्रो
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