आगरा अवैध मतांतरण: 14 सदस्यों से मिले 15000 मोबाइल नंबर, किन-किन राज्यों से जुड़े और क्या है पाक कनेक्शन? जांच जारी
आगरा में अवैध मतांतरण गिरोह के 14 सदस्यों के मोबाइलों में 15 हजार से ज्यादा नंबर मिले हैं जिनमें से 3 हजार संदिग्ध हैं। पुलिस साइबर विशेषज्ञों की मदद से इन नंबरों और ग्रुपों का डाटा खंगाल रही है। अब्दुल रहमान समेत कई आरोपितों के नंबर संदिग्ध पाए गए हैं। जांच में कई व्हाट्सएप ग्रुप और फंडिंग के कनेक्शन सामने आए हैं जिससे और खुलासे की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, आगरा। अवैध मतांतरण गिरोह के गिरफ्तार 14 सदस्यों के 15 हजार से अधिक मोबाइल नंबरों में पुलिस ने तीन हजार संदिग्ध नंबरों को चिन्हित किया है। आरोपितों के लैपटाप और मोबाइलों की छानबीन में पता चला है कि वह दर्जनों ग्रुप से जुडे थे। पुलिस साइबर क्राइम विशेषज्ञों की मदद से इन नंबरों और ग्रुपों का डाटा खंगाल रही है। सर्वाधिक संदिग्ध नंबर अब्दुल रहमान, आयशा, रहमान कुरैशी, हसन अली एवं मोहम्मद अली के हैं।
सदर क्षेत्र की रहने वाली बेटियों को जाल में फंसा अवैध मतांतरण कराने वाले गिरोह के 10 लोगों को पुलिस ने 10 दिन के कस्टडी रिमांड पर लिया था। पुलिस और एटीएस समेत अन्य जांच एजेंसियाें ने आरोपितों के लैपटॉप और मोबाइलों की छानबीन के लिए साइबर क्राइम विशेषज्ञों की मदद ली।
अब्दुल रहमान समेत गिरोह के 14 सदस्यों के मोबाइलों में फीड हैं 15000 नंबर
उनकी मदद से आरोपितों के मोबाइल से तीन हजार संदिग्ध नंबरों को चिन्हित किया। इन नंबरों पर गिरोह के सदस्यों की लगातार लंबी बातचीत हुई है। संदिग्ध नंबरों से रिवर्ट मुस्लिम, ईमान, दावा नाम के वाट्सएप ग्रुप, सिग्नल, स्नैप चैट एवं गेमिंग एप लूडो स्टार आदि हैं। दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी तनवीर, साहिल के अलावा कश्मीर के भी कई ग्रुप हैं।
मोबाइल और डाटा में यह खंगाल रही पुलिस
- संदिग्ध मोबाइल नंबर किन-किन राज्यों के हैं?
- कितने मोबाइल नंबरों कश्मीर और पाकिस्तान के ग्रुपाें से जुड़़े हैं?
- इनमें से कितने नंबरों को देश-विदेश से फंडिंग के लिए प्रयोग किया गया ?
- अब्दुल रहमान को मिलने वाले फंड का वितरण आयशा द्वारा किया जाता था। आयशा ने कितने लोगों काे यह रकम भेजी? वह नंबर किसका और किस राज्य के लोगों का है?
- रहमान कुरैशी के द सुन्ना यूट्यूब चैनल के सब्सक्राइबर कहां के रहने वाले हैं? डालर और क्रिप्टो करेंसी के रूप में क्राउड फंडिंग किन नंबरों और किन देशों से की गई थी?
संदिग्ध 3000 नंबरों के साथ दर्जनों ग्रुपों एवं एप का डाटा खंगाल रही है पुलिस
जांच में जुटी पुलिस टीमों का मानना है कि संदिग्ध नंबरों से महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती हैं। जिससे अवैध मतांतरण गिरोह के के पीछे छिपे कई और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।
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