IMC 2018: अब चेहरा देखकर चलेगा ड्रोन और 5जी होगी कार
कंपनी ने 5जी आधारित ड्रोन का भी डेमो दिया जो शक्तिशाली सुरक्षा निगरानी करने में सक्षम है और रियल टाइम में आसामान से ही किसी खतरे को भांपने में भी सक्षम हैं
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। ड्राइविंग कार से लेकर फेशियल रिक्गनिशन से लैस फ्लाइंग ड्रोन्स तक, रिलायंस जियो ने IMC 2018 में 5जी नेटवर्क टेक्नोलॉजी के संभावित इस्तेमाल का डेमो दिया। जियो ने एरिक्सन के साथ मिलकर एयरोसिटी से 5जी तकनीक के जरिए एक कार को चलाकर दिखाया। यह कार दिल्ली से 1388 किलोमीटर दूर मुंबई में रिलायंस कॉरपोरेट पार्क में खड़ी थी। कंपनी ने 5जी आधारित ड्रोन का भी डेमो दिया जो शक्तिशाली सुरक्षा निगरानी करने में सक्षम है और रियल टाइम में आसामान से ही किसी खतरे को भांपने में भी सक्षम हैं।
4जी से 10 गुना बेहतर है 5जी:
जियो के मुताबिक, 5जी नेटवर्क अपने पुराने वर्जन 4जी तकनीक से 10 गुना ज्यादा बेहतर है। कंपनी के अधिकारियों ने मल्टी-गीगाबाइट स्पीड्स और सुपर लो लेटैंसी के जरिए 5जी की लिमिट्स का डेमो दिया। इनके जरिए मशीन्स को कहीं दूर बैठे भी नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही 360 डिग्री पर 4K वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा सकती है।
5जी, यूजर्स को अल्ट्रा-हाई इंटरनेट स्पीड, सुपर कैपेसिटी हैंडलिंग कैपेबिलिटी, अल्ट्रा-लो लैटेंसी, नेटवर्क स्लाइसिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स का सपोर्ट उपलब्ध कराएगा। 5जी तकनीक का टेलीमेडिसिन में भी इस्तेमाल किया गया। इससे दूर बैठे रिली मरीज की बिमारी का क्लिनिकल केयर और बिमारी को डायग्नोस किया जा सकेगा। इसके साथ ही कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में वर्चुअल रियलिटी और अन्य तकनीक पर आधारित ऐसी डिवाइस यूजर्स को देखने को मिल सकते हैं।
भारत 5G के लिए पूरी तरह से तैयार:
इवेंट के पहले दिन मुकेश मुकेश अंबानी ने कहा था कि वर्ष 2020 तक भारत पूरी तरह से 4G होगा। इस क्रम में जियो ने यूजर्स को न्यूनतम कीमत में हाई-क्वालिटी सर्विस उपलब्ध कराई है और अब जियो गीगाफाइबर भी देशभर में अपने पैर पसार रहा है। इसके अलावा अंबानी ने यह भी कहा कि भारत 5G के लिए पूरी तरह से तैयार है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।