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    फ्री में डिवाइस से वायरस को खोजकर रिमूव करता है ये सरकारी टूल, जानिए कैसे करता है काम

    By Ankita PandeyEdited By: Ankita Pandey
    Updated: Thu, 21 Sep 2023 06:26 PM (IST)

    समय के साथ-साथ साइबर सिक्योरिटी एक बड़ा मसला बनता जा रहा है। आए दिन हमें ऐसी खबरें सुनाई पड़ती है कि कैसे लोगों को यहां तक की सरकार को भी साइबर अटैक्स ...और पढ़ें

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    फ्री में डिवाइस से वायरस को खोजकर रिमूव करता है ये सरकारी टूल, जानिए कैसे करता है काम

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत सरकार लगातार इस कोशिश मे लगी रहती है कि कैसे इस समस्या से बचा जाएं। इसी सिलसिले को जारी रखते हुए हाल ही में भारत सरकार ने अपने 'साइबर स्वच्छता केंद्र' के तहत में मुफ्त बॉटनेट डिटेक्शन और रिमूवल टूल को जोड़ा है। इसे बॉटनेट क्लीनिंग और मैलवेयर एनालिसिस सेंटर कहा जाता है।

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    ये इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Meity) की डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है। इसका मकसद है कि भारत में बॉटनेट की समस्या का पता लगाकर सुरक्षित साइबरस्पेस बनाया जाएं और लोगों को प्रभावित सिस्टम को साफ और सुरक्षित करने में मदद करना है।

    बता दें कि साइबर स्वच्छता केंद्र इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) और एंटीवायरस कंपनियों के सहयोग से काम करता है। इसे भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (Cert-in) द्वारा अपडेट किया जाता है। इसकी प्रक्रिया को समझने के पहले हमें जानना होगा कि बॉट क्या है।

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    क्या है बॉटनेट?

    • 'बॉट' एक तरह का मॉलवेयर होता है, जो आपकी डिवाइस को 'बॉटनेट' से जोड़ता है। बता दें कि ये बॉटनेट प्रभावित सिस्टम का एक नेटवर्क है।
    • जब कोई डिवाइस बॉटनेट का हिस्सा बन जाता है तो हैकर, जो इस बॉटनेट को कंट्रोल कर रहा है। आपके डिवाइस से सभी डेटा कॉपी कर सकता है।

    • इसके अलावा यह डिवाइस में ऐसे ऐप्स डाउनलोड कर सकता है, जो मॉलवेयर से भरे हो सकते हैं।
    • इससे आपकी आउटगोइंग और इनकमिंग टेक्स्ट और कॉल ब्लॉक हो सकती है। यहां तक कि यह नेट बैंकिंग डिटेल्स और यूजर्स नेम और पासवर्ड जैसी जानकारियां भी हासिल कर सकता है ।

    कैसे रहें सुरक्षित

    • अपने डिवाइस को किसी बॉट से प्रभावित होने से बचाने के लिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप केवल विश्वसनीय ऐप स्टोर या वेबसाइट से ही ऐप्स को डाउनलोड करें।
    • इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि अननोन ईमेल या लिंक खोलने से बचें।

    कैसे लगाए बॉट का पता

    • यह पता करने के लिए कि कहीं आपका सिस्टम मैलवेयर से संक्रमित है या नहीं, आप साइबर स्वच्छता केंद्र के किसी भी मुफ्त बॉट रिमूवल टूल को डाउनलोड कर सकते हैं।
    • अगर आप विंडोज डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो वेबसाइट पर आपको डाउनलोड लिंक के साथ तीन फ्री बॉटनेट टूल - ईस्कैन एंटीवायरस, K7 सिक्योरिटी और क्विक हील मिलेंगे, जिन्हें आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
    • अगर आपके पास एंड्रॉइड डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो आप Google Play Store से C-DAC हैदराबाद द्वारा विकसित 'eScan CERT-IN बॉट रिमूवल' टूल या 'M-Kavach 2' डाउनलोड करके उपयोग कर सकते हैं।

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