Google की इमरजेंसी लोकेशन सर्विस भारत में लॉन्च, मुश्किल समय में ऐसे मिलेगी मदद
Google ने भारत में ऑफिशियली अपनी इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) लॉन्च कर दी है, जिससे लाखों Android यूजर्स को मुश्किल समय में एक जरूरी टूल मिलेगा। ये बि ...और पढ़ें

Google की इमरजेंसी लोकेशन सर्विस भारत में लॉन्च हुई है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Google ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने भारत में कम्पैटिबल Android डिवाइस के लिए अपनी इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) लॉन्च कर दी है। इसका मतलब है कि इमरजेंसी का सामना कर रहे यूजर्स पुलिस, हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स और फायरफाइटर्स सहित इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को कॉल या टेक्स्ट कर सकते हैं और ELS शुरू होते ही उनकी 'सटीक लोकेशन' शेयर कर देगा। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जिसने Android डिवाइस के लिए ELS को चालू किया है। ये फीचर पहले Android 6 और नए वर्जन वाले डिवाइस के लिए रोल आउट किया गया था। हालांकि, ELS को एक्टिवेट करने के लिए किसी राज्य के अधिकारियों को इसे अपनी सेवाओं के साथ इंटीग्रेट करना होता है।
Google की ELS सर्विस कैसे काम करती है?
सर्च जायंट ने कहा कि उसने भारत में Android स्मार्टफोन पर अपना ELS फीचर एक्टिवेट कर दिया है और ये बिल्ट-इन इमरजेंसी सर्विस Android यूजर्स को पुलिस, मेडिकल स्टाफ और फायरफाइटर्स जैसे इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स से मदद पाने के लिए कॉल या SMS के जरिए अपनी लोकेशन भेजने में मदद करेगी। Google ने कहा कि Android पर ELS यूजर की सटीक लोकेशन का पता लगाने के लिए डिवाइस के GPS, Wi-Fi और सेलुलर नेटवर्क से डेटा इकट्ठा करता है और दावा करता है कि ये किसी व्यक्ति की लोकेशन का पता 50m तक की एक्यूरेसी के साथ लगा सकता है।
हालांकि, ELS फीचर के लिए लोकल वायरलेस और इमरजेंसी इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेटर्स को इसके लिए सपोर्ट एक्टिवेट करना होता है। भारत में, उत्तर प्रदेश ऐसा करने वाला पहला राज्य बन गया है, जिसने Android डिवाइस के लिए इस सर्विस को 'पूरी तरह से' चालू कर दिया है। राज्य पुलिस ने पर्ट टेलीकॉम सॉल्यूशन्स के साथ मिलकर इमरजेंसी नंबर 112 के साथ ELS सपोर्ट को इंटीग्रेट किया है। ये एक मुफ्त सर्विस है जो केवल तभी यूजर की लोकेशन ट्रैक करती है जब Android फोन से 112 डायल किया जाता है।

इसके अलावा, टेक दिग्गज ने कहा कि ELS फंक्शनैलिटी को Android 6.0 और बाद के वर्जन वाले सभी कम्पैटिबल डिवाइस के लिए रोल आउट किया गया था। कंपनी का दावा है कि अब तक, Android में ELS ने 20 मिलियन से ज्यादा कॉल और SMS मैसेज में मदद की है, भले ही कॉल का जवाब मिलने के कुछ सेकंड बाद ही कॉल कट जाए। ELS Google के मशीन लर्निंग-बेस्ड Android फ्यूज्ड लोकेशन प्रोवाइडर द्वारा संचालित है।
Google ये भी कहता है कि ये फीचर केवल इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए उपलब्ध है और ELS कभी भी सटीक लोकेशन डेटा कंपनी के साथ इकट्ठा या शेयर नहीं करता है। इसलिए, लोकेशन डेटा सीधे संबंधित अधिकारियों को भेजा जाता है।
बता दें Google ने हाल ही में Android डिवाइस के लिए इमरजेंसी लाइव वीडियो फीचर लॉन्च किया है, जिससे यूजर्स इमरजेंसी के दौरान कॉल या SMS करते समय रेस्पॉन्डर के साथ अपना कैमरा फीड शेयर कर सकते हैं। हालांकि, इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर को इसका एक्सेस पाने के लिए यूजर से रिक्वेस्ट करनी होगी। जैसे ही रिस्पॉन्डर अपनी तरफ से वीडियो के लिए रिक्वेस्ट करता है, स्क्रीन पर एक प्रॉम्प्ट दिखाई देता है। एक सिंगल टैप से, यूजर इसे एक्सेप्ट करके विज़ुअल फीड दे सकता है।

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