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जासूसी के आरोप में गूगल-फेसबुक पर 1,747 करोड़ का जुर्माना, आप भी हो सकते हैं शिकार, जानिए कैसे करें बचाव

गूगल और फेसबुक दोनों ही कंपनियों पर पर फ्रांस में कूकीज ट्रैक करने के आरोप लगे हैं। फ्रांस वॉचडॉग कमीशन CNIL की तरफ से गूगल पर 1261 करोड़ रुपये और फेसबुक पर 504 करोड़ रुपये जुर्माना लगाने की योजना है।

By Saurabh VermaEdited By: Published: Thu, 06 Jan 2022 12:08 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jan 2022 12:16 PM (IST)
फोटो क्रेडिट - यह दैनिक जागरण की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है.

सैन फ्रांसिस्को, आईएएनएस। गूगल और फेसबुक जैसी दिग्गज टेक कंपनियों पर लोगों की जासूसी का आरोप लगा है। इसके चलते दोनों कंपनियो पर 1,747 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। गूगल और फेसबुक दोनों ही कंपनियों पर पर फ्रांस में कूकीज ट्रैक करने के आरोप लगे हैं। फ्रांस वॉचडॉग कमीशन CNIL की तरफ से गूगल पर 1261 करोड़ रुपये और फेसबुक पर 504 करोड़ रुपये जुर्माना लगाने की योजना है। दोनों कंपनियों पर फ्रांस के डेटा प्राइवेसी नियम के उल्लंघन का आरोप है।

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100,000 यूरो का लग सकता है अतिरिक्त जुर्माना 

दोनों टेक कंपनियों पर प्रतिदिन के हिसाब से 100,000 यूरो का एक अतिरिक्त जुर्माना लगाया जाएगा। इस 100,000 जुर्माने को दोनों कंपनियों को उस स्थिति में देना होगा, जब यह दोनों कंपनियां इस मामले को CNIL के आदेश के तीन माह में नहीं निपटाती हैं। मेटा के प्रवक्ता ने मामले में कहा कि उनकी तरफ से मामले को रिव्यू किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने वादा किया कि उनकी कंपनी मामले में उचित कदम उठाएगी। मेटा की मानें, तो उसकी तरफ से कूकीज ट्रैकिंग को नियंत्रित करने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स की सेटिंग में बदलाव किया गया है। जहां से यूजर्स कूकीज ट्रैकिंग के ऑप्शन को ब्लॉक कर सकते हैं। कंपनी के मुताबिक वो आगे भी इसमें सुधार जारी रखेगी। हालांकि इस मामले में Google की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की है

पहले भी लग चुका है जुर्माना

बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2020 में, CNIL इसी तहत के मामले में कुकीज उल्लंघन के लिए अमेज़न और Google पर 35 मिलियन यूरो और 100 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया था। वही गूगल पर जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (जीडीपीआर) के तहत Google पर 50 मिलियन यूरो का जुर्माना भी लगाया था। ZDNet की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप पर पिछले साल सितंबर में 225 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया था।

क्या होती है कूकीज

गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां यूजर्स के सर्च की गई जानकारी को कूकीज के जरिए स्टोर रखती हैं। यह यूजर्स को फास्ट तरीके से सर्चिंग में मदद करती हैं। लेकिन कई कंपनियां कूकीज को ट्रैक करके यूजर्स को टारगेटेड विज्ञापन दिखाती हैं। यह डेटा यूजर्स के फोन में कैशे और कुकीज के तौर पर स्टोर होता रहता है।

डिलीट करें कूकीज

  1. Google Chrome में, ब्राउजर के टॉप-राइट कॉर्नर में मोर आइकन प्रेस कीजिए जो कि 3 वर्टिकल डॉट्स द्वारा रिप्रेजेंट किया गया है।
  2. उसके बाद हिस्ट्री पर टैप कीजिए।
  3. अपनी कुकी और कैशे हटाने के लिए ब्राउजिंग डाटा साफ कीजिए।
  4. आप अपनी प्राइवेसी और सिक्योरिटी, फिर ब्राउजिंग डाटा साफ करने के लिए चयन करके क्रोम सेटिंग मीनू से ब्राउजिंग डाटा भी साफ कर सकते हैं।
  5. अगर आप चाहें तो आप एडवांस टैप करके सेव किए गए पासवर्ड, फॉर्म डाटा ऑटोफिल और साइट सेटिंग भी हटा सकते हैं। आपको जो हटाना है तो उसका चयन करने के बाद ब्लू क्लियर डाटा साफ करें आइकन को हिट कीजिए और यह आपसे बिना मंजूरी ही मिट जाएगा। ऐसे में कंफर्म कीजिए कि आप ठीक वही कर रहे हैं जो आपको चाहिए।


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