पूरी तरह से बदल गया है इंटरनेट पर सर्च का तरीका, क्या आपने किया ट्राई
इंटरनेट से किसी भी जानकारी तक पहुंचने की सबसे आसान राह सर्च इंजन है। दशकों से हम इसके टेन ब्लू लिंक्स के जरिए ही अपने लिए सही और प्रासंगिक सूचनाओं को खोजते रहे हैं। अब जेनरेटिव एआई ने इंटरनेट पर सर्च करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। जानते हैं यह पारंपरिक सर्च से कितना है अलग और उपयोगी है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। ट्रेवल टिप्स से लेकर वजन कम करने का तरीका जानने तक हम गूगल की शरण में पहुंचते हैं। किसी वेबसाइट, फेसबुक या यूट्यूब पर लॉग-इन के लिए भी यहां कुछ शब्दों का हिंट ही देना होता है। 'आज का मौसम कैसा है' जैसे सवाल भी बोलकर गूगल से ही पूछ लेते हैं। दरअसल, हर इंटरनेट यूजर के लिए ये बातें आज बहुत ही सामान्य हैं, पर खास बात यह है कि अब 'टेन ब्लू लिंक्स' पर हमारी निर्भरता कम होने लगी है। आज कई सारे जेनरेटिव एआई सर्च टूल्स केवल लिंक्स देने के बजाय बाकायदा जवाब लिख कर देने लगे हैं।
एडोब के अनुसार, एआई सर्च एक महत्वपूर्ण ट्रैफिक चैनल बन रहा है। यह रिपोर्ट बताती है कि 2023 से 2024 के बीच त्योहारों के सीजन में एआई सर्च रेफरल में 1300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि एआई सर्च अभी प्रारंभिक चरण में ही है, लेकिन पारंपरिक सर्च (गूगल या बिंग आदि) के बजाय यहां यूजर्स आठ प्रतिशत अधिक ठहरते हैं और विभिन्न वेब पेज पर 12 प्रतिशत अधिक ब्राउज करते हैं। इससे स्पष्ट है कि एआई टूल्स यूजर को कहीं अधिक प्रासंगिक वेब पेजों पर डायरेक्ट करते हैं।
एआई सर्च की लोकप्रियता के कारण
एआई के सर्च का अभी तक का अनुभव यही है कि यहां आप अपनी जरूरतों के हिसाब से एआई टूल्स का प्रयोग कर सकते हैं। एक सर्वे रिपोर्ट को मानें तो एआई टूल्स का प्रयोग करने वालों में 39 प्रतिशत लोग ऑनलाइन शापिंग के लिए, 55 प्रतिशत लोग शोध कार्यों और 47 प्रतिशत लोग खरीदारी सुझाव के लिए एआई सर्च का प्रयोग करते हैं।
बीते नवंबर में 'चैटजीपीटी सर्च' के जरिए ओपनएआई ने इंटरनेट सर्च मार्केट में एंट्री की। इसके अलावा परप्लेक्सिटी एआई भी जेनएआई सर्च सर्विस उपलब्ध करा रहा है। वहीं, 'एआई ओवरव्यूज' के माध्यम से गूगल और आगुमेंटेड सर्च सुविधाओं के साथ माइक्रोसॉफ्ट बिंग भी एआई सर्च की सुविधा दे रहे हैं। एआई के बढ़ते आकर्षण के बीच मेटा भी इस दिशा में अब तेजी से बढ़ रहा है।
क्या है जेनएआई सर्च इंजन
यह सर्च इंजन तकनीक की दुनिया में निस्संदेह बड़ी तरक्की है, जो पारंपरिक सर्च इंजन की तुलना में एलएलएम का प्रयोग करके अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया देता है, यानी कीवर्ड तक सीमित रहकर केवल रिसोर्सेज का लिंक देने के बजाय यह यूजर्स की सामान्य भाषा को समझकर सीधा उत्तर देता है। यहां तक कि यह उत्तर की व्याख्या और स्पष्टीकरण देने में भी सक्षम है। सबसे खास बात, व्यापक प्रतिक्रिया देने से पहले यह कई सारे स्रोतों से जानकारियों को एकत्र करता है।
यहां आप किसी टॉपिक या प्रश्न को लेकर फॉलोअप भी कर सकते हैं। क्या अंतर है पारंपरिक और जेनएआई सर्च में पहले पारंपरिक सर्च इंजन को समझें तो गूगल और माइक्रोसाफ्ट बिंग आदि प्रासंगिक सोर्सेज के लिंक उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए आटोमेटेड वेब क्रालर्स वेब कंटेंट के लिए इंटरनेट को स्कैन करते हैं, इसके बाद ये पेज के लिए स्ट्रक्चरल एलिमेंट्स जैसे टाइटल टैग, मेटा डिस्क्रिप्शन, हेडिंग और बाडी टेक्स्ट की एनालिसिस कर पेज का लिंक निकालकर उसकी इंडेक्सिंग करते हैं।
सर्च इंजन के कांप्लेक्स एल्गोरिदम के जरिए वेब पेजों की रैंकिंग होती है। वहीं जेनएआई सर्च की बात करें, तो कीवर्ड के बजाय ये सामान्य या बोलचाल की भाषा में सवालों का जवाब देने के लिए टोकनाइजेशन और की फ्रेज आइडेंटिफिकेशन का प्रयोग करते हैं। ये प्री-ट्रेंड एलएलएम और अपडेटेड रीयल टाइम वेब क्रालिंग के आधार पर यूजर के सवालों का जवाब देते हैं। इस तरह से जेनरेट रिस्पांस में यूजर के उद्देश्य का भी ध्यान रखा जाता है, जिससे जवाब अधिक सटीक, प्रासंगिक बनता है। फीडबैक और लगातार लर्निंग के कारण एआई सर्च इंजन की क्षमता बढ़ती जाती है।
एआई सर्च में सुधार
अधिक पर्सनलाइज्ड रिजल्ट: एआई समय के साथ यूजर की प्राथमिकताओं और बर्ताव को ध्यान रखकर उत्तर देने में सक्षम होते जाएंगे।
मल्टीमोडल सर्च: टेक्स्ट, इमेज, वायस और वीडियो सर्च क्षमताओं के जुड़ने के साथ एआई सर्व इंजन की ताकत लगातार बढ़ती जाएगी।
सटीकता: रिफाइंड और व्यापक डेटा के साथ एआई रिस्पांस अधिक सटीक और विश्वसनीय बनते जाएंगे।
जेनएआई सर्च को लेकर सवाल
अनेक सुविधाएं और खूबियां होने के बावजूद जेनरेटिव एआई टूल्स पूरी तरह विश्वसनीय नहीं हैं। गूगल के एआई ओवरव्यूज द्वारा दिए गए जवाब में अनेक खामियां उजागर हो चुकी है। इसी तरह सर्च चैटबॉट परप्लेक्सिटी भी सवालों में घिर चुका है। इस पर कॉपीराइट उल्लंघन के आरोप लग चुके हैं। हालांकि उक्त दोनों से ही सीख लेते हुए ओपनएआई ने चैटजीपीटी सर्च में काफी सुधार किया है। फिर भी एआई सर्व से मिलने वाले जवाब को लेकर हमें अपने स्तर पर सतर्कता और समझदारी दिखाने की आवश्यकता होती है।
कैसे इस्तेमाल करें चैटजीपीटी सर्च
अगर आप गूगल सर्च के बजाय चैटजीपीटी सर्च का प्रयोग करना चाहते हैं तो इसके क्रोम एक्सटेंशन (https://chromewebstore. google.com/detail/chatgpt-search/ejcfepkfckgl-bgocfkanmcdngdijcgld?pli=1) को डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हैं। इसके लिए ओमनीबॉक्स में अपनी क्वैरी को डालना होगा और फिर वैटजीपीटी 4ओ मॉडल अपडेटेड जानकारियां आपसे साझा करेगा। यह उपयोगी है, पर गूगल सर्च का अभी अलग ही महत्व है।
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