Apple ने नेक्स्ट-जेनरेशन Siri की टेस्टिंग के लिए बनाया ChatGPT जैसा ऐप: रिपोर्ट
Apple अपनी नेक्स्ट-जेनरेशन Siri के लिए एक नए ChatGPT-जैसे ऐप पर काम कर रहा है। ऐप का कोडनेम Veritas है और ये केवल इन्टरनल टेस्टिंग के लिए है। इसका मकसद AI फीचर्स को टेस्ट करना बग्स को ठीक करना और Siri के अगले वर्जन को अगले साल लॉन्च के लिए तैयार करना है। ऐप बड़े लैंग्वेज मॉडल्स और Apple के फाउंडेशन मॉडल्स टीम के काम पर बेस्ड है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Apple कथित तौर पर Siri के बड़े ओवरहाल की तैयारी और टेस्टिंग के लिए एक नए ChatGPT-जैसे ऐप पर काम कर रहा है। इस ऐप का कोडनेम Veritas रखा गया है और इसका उद्देश्य इन्टरनल इस्तेमाल के लिए है ताकि AI फीचर्स टेस्ट किए जा सकें, टीम बग्स को सुधार सके और Siri को अगले साल के लॉन्च के लिए तैयार किया जा सके। लेटेस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये नया इन्टरनल टूल Apple की AI डिवीजन को रियल-वर्ल्ड इंटरैक्शन्स सिमुलेट करने में मदद कर रहा है।
एक ChatGPT-जैसे ऐप के जरिए Apple टेस्ट करेगा Next-Gen Siri
Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, इस नए ऐप का कोडनेम Veritas है, जिसका मतलब लैटिन में 'सच' होता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ये ऐप केवल इन्टरनल उपयोग के लिए है और Apple का कोई प्लान इसे पब्लिक के लिए लॉन्च करने का नहीं है। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि ऐप Apple की AI डिवीजन को नेक्स्ट-जेनरेशन Siri को और एफिशियंट तरीके से टेस्ट करने में मदद करेगा।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ये ऐप मार्केट में मौजूद अधिकांश चैटबॉट्स की तरह ही काम करता है। ऐप यूजर्स को मल्टीपल चैट्स मैनेज करने, क्वेरीज को फॉलो-अप करने और दूसरे फीचर्स में मदद करता है। Apple के इंजीनियर्स इन टेस्ट्स से फीडबैक लूप्स का इस्तेमाल कर प्रॉम्प्ट स्ट्रैटेजीज, रिस्पॉन्स जेनरेशन लेयर्स और एरर-हैंडलिंग लॉजिक को रिफाइन कर रहे हैं।
ऐप को उसी रिवैम्प्ड अंडरलाइंग सिस्टम Linwood को टेस्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो नई Siri को पावर करता है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये सॉफ्टवेयर बड़े लैंग्वेज मॉडल्स पर बड़े तौर पर निर्भर करता है और Apple की फाउंडेशन मॉडल्स टीम के काम को थर्ड-पार्टी मॉडल के साथ कंबाइन करता है।
Next-Gen Siri की लॉन्चिंग 2026 की शुरुआत में
रिपोर्ट में कहा गया है कि कूपर्टिनो बेस्ड कंपनी कई डिले के बाद मार्च 2026 तक अपग्रेडेड Siri लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है। पहले ये उम्मीद थी कि नेक्स्ट-जेनरेशन Siri iOS 18 के साथ आएगी, लेकिन समस्याओं के कारण इसमें देरी हुई।
कंपनी अपने पर्सनल वॉयस असिस्टेंट का विजुअल री-डिजाइन भी अगले साल के अंत तक करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, Apple कथित तौर पर AI-पावर्ड स्मार्ट होम डिवाइसेज पर भी काम कर रहा है, मौजूदा लाइनअप में नए AI फीचर्स जोड़ रहा है और वेब सर्च में भी AI फीचर्स बढ़ा रहा है।
दिलचस्प बात ये है कि AI रेस में Apple पीछे है। कंपनी अपने कंपटिटर्स, Google और Samsung के मुकाबले AI में पीछे चल रही है। Apple ने कई प्रयास किए हैं ताकि AI को अपने कस्टमर्स तक लाया जा सके। ब्रांड ने OpenAI के साथ बातचीत की, Anthropic के Claude के साथ एडवांस नेगोशिएशंस की और Google के साथ Gemini का कस्टम वर्जन अपने डिवाइसेज में इस्तेमाल करने की बातचीत भी बढ़ाई।
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