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    क्या होता है VPN, कैसे करता है काम और लोग क्यों करते हैं इसे इस्तेमाल? समझें आसान भाषा में

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 12:32 PM (IST)

    आपने कई बार VPN के बारे में सुना होगा। ज्यादा होगा तो ये आप जानते हैं कि इसे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क कहा जाता है। लेकिन, क्या आप अच्छी तरह से जानते ह ...और पढ़ें

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    यहां समझें VPN के बारे में। Photo- Freepik.

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो आपके डिवाइस और इंटरनेट के बीच एक सिक्योर और एन्क्रिप्टेड कनेक्शन बनाती है। किसी वेबसाइट या ऐप से सीधे कनेक्ट होने के बजाय, आपका इंटरनेट ट्रैफिक किसी दूसरी जगह पर मौजूद VPN सर्वर के जरिए रूट होता है। इससे आपका असली IP एड्रेस छिप जाता है और आपका डेटा आसानी से ट्रैक होने या इंटरसेप्ट होने से सुरक्षित रहता है।

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    VPN क्या है और ये कैसे काम करता है?

    जब आप बिना VPN के इंटरनेट से कनेक्ट होते हैं, तो आपका डेटा आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) के जरिए खुले तौर पर ट्रैवल करता है। VPN चालू होने पर, आपका डेटा पहले आपके डिवाइस पर एन्क्रिप्ट होता है, फिर एक सुरक्षित 'टनल' के जरिए VPN सर्वर पर भेजा जाता है। वहां से, ये उस वेबसाइट या सर्विस तक पहुंचता है जिसे आप एक्सेस कर रहे हैं। इस प्रोसेस की वजह से, आउटसाइडर्स आसानी से ये नहीं देख पाते कि आप ऑनलाइन क्या कर रहे हैं या आप असल में कहां हैं।

    लोग VPN का इस्तेमाल क्यों करते हैं?

    लोग कई प्रैक्टिकल वजहों से VPN का इस्तेमाल करते हैं:

    प्राइवेसी प्रोटेक्शन
    VPN आपके असली IP एड्रेस और ब्राउजिंग एक्टिविटी को ISPs, एडवरटाइजर और थर्ड पार्टी से छिपाता है। ये उन लोगों के लिए उपयोगी है जो ऑनलाइन प्राइवेसी को महत्व देते हैं।

    पब्लिक Wi-Fi पर सुरक्षा
    कैफे, एयरपोर्ट और होटलों में पब्लिक Wi-Fi नेटवर्क अक्सर असुरक्षित होते हैं। VPN आपके डेटा को एन्क्रिप्ट करता है, जिससे हैकिंग, डेटा चोरी या पासवर्ड लीक का खतरा कम हो जाता है।

    रिस्ट्रिक्टेड कंटेंट को एक्सेस करना
    कुछ वेबसाइट, ऐप या स्ट्रीमिंग सर्विस देश या क्षेत्र के हिसाब से रिस्ट्रिक्टेड होती हैं। VPN यूजर्स को दूसरे देशों के सर्वर के जरिए कनेक्ट होने की अनुमति देता है, जिससे ऐसा लगता है कि वे उस लोकेशन से ब्राउज कर रहे हैं।

    ट्रैकिंग और थ्रॉटलिंग से बचना
    कुछ मामलों में, ISPs स्ट्रीमिंग या डाउनलोडिंग जैसी कुछ एक्टिविटी के लिए इंटरनेट स्पीड कम कर देते हैं। VPN इस्तेमाल किए जा रहे ट्रैफिक के टाइप को हाइड कर इसे कम करने में मदद कर सकता है।

    रिमोट वर्क और बिजनेस यूज
    कंपनियां कर्मचारियों को घर से काम करते समय या यात्रा करते समय इंटरनल सिस्टम और फाइल्स को सिक्योर तरीके से एक्सेस करने की अनुमति देने के लिए VPN का इस्तेमाल करती हैं।

    VPN का इस्तेमाल कैसे करें?

    • VPN का इस्तेमाल करना आम तौर पर आसान है:
    • एक भरोसेमंद VPN सर्विस चुनें और एक अकाउंट बनाएं। (ग्लोबली NordVPN, ExpressVPN और Surfshark जैसी VPN सर्विसेज काफी पॉपुलर हैं)
    • अपने डिवाइस (मोबाइल, लैपटॉप या टैबलेट) पर VPN ऐप डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
    • ऐप ओपन करें और अपने अकाउंट डिटेल्स का इस्तेमाल करके साइन इन करें।
    • उपलब्ध लिस्ट में से एक सर्वर लोकेशन सेलेक्ट करें।
    • 'Connect' पर क्लिक करें। कनेक्ट होने के बाद, आपका इंटरनेट ट्रैफिक प्रोटेक्ट हो जाता है।
    • जब आपको इसकी जरूरत न हो, तो आप ऐप से VPN को डिस्कनेक्ट कर सकते हैं।

    यानी कुलमिलाकर VPN ऑनलाइन प्राइवेसी, सिक्योरिटी और फ्रीडम को इंप्रूव करने के लिए एक पावरफुल टूल है। ये खासकर पब्लिक नेटवर्क पर, ग्लोबल कंटेंट एक्सेस करने और तेजी से कनेक्ट होती डिजिटल दुनिया में पर्सनल डेटा को प्रोटेक्ट करने के लिए बहुत उपयोगी है।

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