Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Superapp क्या है, जिसके लिए Elon Musk ने बदला Twitter का नामोनिशान, ये हैं भारत के टॉप 3 सुपर-ऐप्स

    By Shivani KotnalaEdited By: Shivani Kotnala
    Updated: Wed, 26 Jul 2023 07:30 PM (IST)

    What is Superapp पॉपुलर माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर एक नए लोगो के साथ सुपर-ऐप बनने जा रहा है। ऐसे में सुपर ऐप को लेकर आपने जेहन में भी सवाल आ रहे होंगे। सुपर-ऐप एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है जहां यूजर को सभी सुविधाएं एक ही जगह मिल जाती है। भारत के टॉप तीन सुपर-ऐप में पेटीएम फोन पे और टाटा न्यू का नाम आता है।

    Hero Image
    India Superapps Paytm, Phonepe, tata neu, Pic Courtesy- Jagran Graphics

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। हाल ही में पॉपुलर माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर का लोगो बदला गया है। ट्विटर अब एक्स हो गया है। इसी के साथ माना जा रहा है कि ट्विटर की पहचान अब टेक्स्ट बेस्ड प्लेटफॉर्म से बढ़कर होने जा रही है। एलन मस्क ट्विटर को एक सुपर ऐप के रूप में पेश करना चाहते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब आपके जेहन में भी यही सवाल आ रहा होगा कि सुपर ऐप आखिर होता क्या है। इस आर्टिकल में सुपर ऐप को लेकर ही बात करने जा रहे हैं-

    ये भी पढ़ेंः X सिर्फ एक नाम नहीं, सुपर ऐप की तरह काम करेगा प्लेटफॉर्म, Elon Musk कर रहे हैं ये खास तैयारी

    क्या होता है Superapp

    सबसे पहले ये ही समझने की कोशिश करते हैं कि सुपर ऐप क्या होता है। सुपर ऐप के कॉन्सेप्ट को ऑल इन वन ऐप से समझ सकते हैं। एक ऐसा ऐप जिस पर एक आम यूजर की सारी जरूरतें पूरी हो जाएं। अमूमन एक स्मार्टफोन यूजर के फोन में हर काम के लिए एक अलग ऐप होता है।

    जैसे पेमेंट के लिए गूगल पे का होना और शॉपिंग के लिए अमेजन, मिंत्रा, फ्लिपकार्ट का होना। वहीं सुपर ऐप एक ऐसा ऐप है, जहां यूजर को उसके स्मार्टफोन को रिचार्ज करने से लेकर, ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग, एंटरटेनमेंट और पेमेंट की सुविधा एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलती है।

    एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी सुविधाओं वाले इस ऐप को सुपर ऐप का नाम 2010 में ब्लैकबेरी के संस्थापक माइक (Mike Lazaridis) ने दिया था।

    उस दौरान उन्होंने सुपर ऐप शब्द को रियल वर्ल्ड में मॉल की तरह परिभाषित किया था। मॉल, ग्राहक के लिए एक ऐसा शॉपिंग प्लेस जहां कि उसे उसकी जरूरत के मुताबिक हर ब्रांड और दुकान से सामान खरीदने की सुविधा मिलती है। सुपर ऐप की अवधारणा चीन से उभरी है।

    कौन बनाता है सुपर ऐप्स?

    इस तरह के ऐप्स को वे कंपनियां बनाती हैं, जो एक से ज्यादा सर्विस देती हैं। यूजर्स को लुभाने के लिए और उनके समय और मेहनत को बचाने के लिए वे सारी सुविधाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर देना शुरू कर देते हैं।

    इंटरनेट कंपनियां अपने यूजर को अलग-अलग जरूरतों के लिए एक ही प्लेटफॉर्म की सुविधा देने के साथ अपना अच्छा रेवेन्यू जनरेट कर पाती हैं। भारत में सुपर ऐप के रूप में टाटा न्यू (Tata Neu) पेटीएम और फोन पे का उदाहरण लिया जा सकता है।

    भारत के पॉपुलर सुपर ऐप

    पेटीएम

    पेटीएम को साल 2010 में लॉन्च किया गया था। पेटीएम की ऑनर कंपनी One97 Communications है। दरअसल, इस प्लेटफॉर्म पर पहले मोबाइल और DTH रिचार्ज की सुविधा मिलती थी।

    समय-समय के साथ धीरे-धीरे यह प्लेटफॉर्म एक सुपर ऐप के रूप में डेवलप हो गया। आज इस ऐप का इस्तेमाल शॉपिंग से लेकर मूवी की टिकट बुक करने तक लगभग सभी कामों के लिए किया जाता है।

    फोन पे

    पेटीएम की तरह ही फोन पे भी एक पॉपुलर ऐप है। इस ऐप का इस्तेमाल डिजिटल पेमेंट के लिए किया जाता है। इस ऐप की स्थापना साल 2015 में हुई थी।

    फोन पे पर यूजर्स को रिचार्ज, ट्रैवल बुकिंग, इंश्योरेंस और बिल पेमेंट की सुविधा मिलती है।

    टाटा न्यू

    टाटा न्यू एक मल्टीपर्पस ऐप है। इस ऐप को टाटा ग्रुप ने बीते साल 7 अप्रैल को लॉन्च किया था। यह भारत का एक पॉपुलर सुपर ऐप है।

    टाटा के इस ऐप के साथ यूजर को पर्सनलाइज्ड शॉपिंग का एक्सपीरियंस मिलता है। यूजर को किराने के सामान से लेकर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की खरीदारी और ट्रैवलिंग के लिए टिकट बुकिंग जैसी सुविधाएं मिलती हैं।