Google के Nano Banana से लेकर Perplexity के Comet ब्राउजर तक, ये हैं साल 2025 के टॉप AI अनाउंसमेंट्स
साल 2025 में AI ने और ग्रोथ ली। इस साल कई नए वेरिएंट पेश किए। इस साल के AI मॉडल चैट से आगे निकल इमेज क्रिएशन और वीडियो जेनरेशन के एडवांस स्टेज तक पहुं ...और पढ़ें

ये हैं साल 2025 के टॉप AI अनाउंसमेंट्स।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। साल 2025 में कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) लॉन्च का दबदबा रहा, जो रिसर्च लैब से निकलकर आम बातचीत का हिस्सा बन गए। Google ने Nano Banana के साथ अपने जेनरेटिव AI पोर्टफोलियो को इमेज और लैंग्वेज रीजनिंग में आगे बढ़ाया, OpenAI ने Sora के साथ वीडियो जेनरेशन को एक सोशल-फर्स्ट एप में बदल दिया, Perplexity ने Comet के साथ अपने ब्राउजर टारगेट को एक्सपांड किया, और Meta ने अपने लॉन्ग-टर्म AI रिसर्च को एक नए सुपरइंटेलिजेंस डिवीजन के तहत फिर से ऑर्गनाइज किया। ये घोषणाएं न सिर्फ इसलिए खास थीं कि उन्होंने क्या बनाया, बल्कि इसलिए भी कि पब्लिक की नजर में टेक्नोलॉजी की कैटेगरी कितनी तेजी से बदल गईं। आइए जानते हैं इस साल के टॉप AI अनाउंसमेंट्स।
Nano Banana
Google ने अगस्त 2025 में Gemini 2.5 मॉडल फैमिली के हिस्से के रूप में Nano Banana पेश किया, जो AI-पावर्ड इमेज जेनरेशन और एडिटिंग पर फोकस करता है। ये मॉडल Gemini 2.5 Flash Image नाम से रिलीज किया गया था और ऑनलाइन कम्युनिटी में इसके वायरल होने और बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के कारण इसे बोलचाल की भाषा में Nano Banana के नाम से जाना जाने लगा। Google के मुताबिक, ये मॉडल नेचुरल लैंग्वेज प्रॉम्प्ट से इमेज बनाने और उसी इंटरफेस का इस्तेमाल करके अपलोड की गई इमेज को एडिट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
Google का Nano Banana मोबाइल और डेस्कटॉप पर Gemini ऐप में सीधे इंटीग्रेटेड है, जिससे यूजर्स विज़ुअल बना सकते हैं, बैकग्राउंड बदल सकते हैं, कपड़े या ऑब्जेक्ट एडजस्ट कर सकते हैं और इमेज में मल्टीलिंगुअल टेक्स्ट जोड़ सकते हैं। Google का कहना है कि इमेज मॉडल SynthID का इस्तेमाल करता है, जो एक वाटरमार्किंग सिस्टम है जो सोर्स ट्रैकिंग के लिए AI-जेनरेटेड इमेज में एक डिजिटल सिग्नेचर एम्बेड करता है।
Sora एप
OpenAI ने 2025 में Sora मोबाइल एप लॉन्च किया, जिससे उसका डिफ्यूजन-बेस्ड टेक्स्ट-टू-वीडियो मॉडल एक कंज्यूमर-फेसिंग क्रिएटिव टूल बन गया। Sora यूजर्स को टेक्स्ट प्रॉम्प्ट या रेफरेंस इमेज इनपुट करने और मोशन और साउंड के साथ छोटे वीडियो बनाने की सुविधा देता है। ये मॉडल 60 सेकंड तक के क्लिप बना सकता है, जो प्रॉम्प्ट के कॉन्टेक्स्ट के आधार पर मूवमेंट को सिमुलेट करता है।
Sora एप के रोलआउट में The Walt Disney कंपनी के साथ एक हाई-प्रोफाइल, कई सालों का, 1 बिलियन डॉलर का एग्रीमेंट शामिल था, जिससे Sora यूजर्स Star Wars और Pixar जैसी फ्रेंचाइजी के चुनिंदा लाइसेंस्ड डिज्नी कैरेक्टर को जेनरेटेड वीडियो में शामिल कर सकते थे। OpenAI और डिज्नी ने दिसंबर 2025 में इस कोलैबोरेशन की घोषणा की।
OpenAI ने कहा कि ये एप iOS पर उपलब्ध है और जल्द ही Android पर भी रिलीज किया जाएगा और यूजर्स जेनरेटेड वीडियो को सीधे सपोर्टेड सोशल फीड में शेयर कर सकेंगे। इससे Sora एक डेवलपर API डेमो के बजाय एक मीडिया टूल जैसा महसूस हुआ।

Perplexity का Comet ब्राउजर
Perplexity AI ने 2025 में अपना पहला AI ब्राउजर, कॉमेट लॉन्च किया। ये ब्राउजर जुलाई में Windows और macOS पर लॉन्च हुआ, जिसके बाद नवंबर 2025 में Android पर भी लॉन्च हुआ। परप्लेक्सिटी के मुताबिक, कॉमेट ट्रेडिशनल ब्राउजिंग को एक AI एजेंट के साथ जोड़ता है जो वेबपेज को समराइज कर सकता है, ब्राउजिंग कॉन्टेक्स्ट में सवालों के जवाब दे सकता है और टैब बदले बिना लिंक या पेज कंटेंट को समझ सकता है।
परप्लेक्सिटी का कहना है कि कॉमेट क्रोमियम पर बना है, जिसका मतलब है कि ये Chrome एक्सटेंशन और ब्लिंक रेंडरिंग इंजन के साथ कम्पैटिबिलिटी को सपोर्ट करता है। इस ब्राउजर में परप्लेक्सिटी का कन्वर्सेशनल AI सर्च असिस्टेंट शामिल है, जिसे Google या OpenAI मॉडल से अलग ब्रांड किया गया है।
Gemini 3 AI मॉडल
Google ने 2025 के आखिर में Gemini 3 को कंपनी के नेक्स्ट-जेनरेशन मल्टीमॉडल लैंग्वेज मॉडल फैमिली के तौर पर लॉन्च किया, जिसमें Gemini 3 Pro, Gemini 3 Flash और Gemini 3 DeepThink जैसे वेरिएंट शामिल हैं। Google का कहना है कि Gemini 3 Pro को लैंग्वेज और इमेज में जटिल रीजनिंग टास्क के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, जबकि Gemini 3 Flash फास्ट रिस्पॉन्स के लिए डिजाइन किया गया कम लेटेंसी वाला वेरिएंट है।
Gemini 3 मॉडल्स Google Cloud पर Gemini API के जरिए उपलब्ध हैं और मोबाइल डिवाइस पर जेमिनी चैटबॉट एक्सपीरिएंस के कुछ हिस्सों को भी पावर देते हैं।
Gemini 3 Flash, जो एक महीने बाद रिलीज हुआ, Google के AI मोड रोलआउट में कम लेटेंसी वाला फीचर बनने के लिए चर्चा में आया। जहां इसे समरी और AI-असिस्टेड सर्च जैसे टास्क के लिए ब्राउजर इंटरफेस में दिखाया गया था।
Meta का सुपरइंटेलिजेंस लैब
मेटा ने 2025 में मेटा सुपरइंटेलिजेंस लैब्स (MSL) के तहत अपने लंबे समय के AI रिसर्च एफर्ट्स को फिर से ऑर्गनाइज किया। इस डिवीजन ने उन टीमों को एक साथ लाया जो पहले मेटा AI रिसर्च ग्रुप में फैली हुई थीं। मेटा की घोषणा के मुताबिक, MSL एडवांस्ड AI रिसर्च, इंफ्रास्ट्रक्चर और बड़े पैमाने पर मॉडल डेवलपमेंट पर फोकस करता है और इसका नेतृत्व अलेक्जेंडर वांग करते हैं, जिन्होंने पहले Scale AI की स्थापना की थी।
मेटा ने कहा कि ये लैब कोई प्रोडक्ट लॉन्च डिवीजन नहीं है, बल्कि एक रिसर्च-फर्स्ट यूनिट है जो AI सिस्टम पर लंबे समय तक काम करने के लिए डेडिकेटेड है जो आखिरकार सभी क्षेत्रों में इंसानी क्षमताओं से आगे निकल सकते हैं।

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