Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Year Ender 2025: इस साल AI में हुए 5 सबसे बड़े डेवलपमेंट, जिसने पावर-पॉलिसी-पीपल...सबकुछ बदल दिया

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 05:18 PM (IST)

    टेक्नोलॉजी की दुनिया में आजकल हर चीज में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दिखाई देने लगा है। आने वाला समय में AI और भी तरक्की करेगा।  गौर करने वाली बात ...और पढ़ें

    Hero Image

    2025 में AI में हुए सबसे बड़े डेवलपमेंट। Photo- freepik.

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। अगर आपने गौर न किया हो तो आपको बता दें कि साल 2025 AI के लिए एक बड़ा साल था। ये एक आर्थिक ताकत बन गया, इसने स्टॉक मार्केट को सहारा दिया और एक भू-राजनीतिक मोहरा भी बन गया। इससे बड़ी शक्तियों के बीच मुकाबले के फ्रंटलाइन फिर से खींची गईं। इसके ग्लोबल और डीप पर्सनल इफेक्ट हुए, जिससे हमारे सोचने, लिखने और एक-दूसरे से जुड़ने के तरीके बदल गए। आइए जानते है इस साल के AI के पांच सबसे बड़े डेवलपमेंट।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चीन ने ओपन-सोर्स AI में बढ़त बनाई

    2025 की शुरुआत तक, यूनाइटेड स्टेट्स AI पर हावी था, जिसके पास टॉप मॉडल थे और चीन की तुलना में कहीं ज्यादा निवेश था। ये तब बदला जब चीनी फर्म DeepSeek ने अपना ओपन-सोर्स R1 मॉडल जारी किया, जो बहुत कम लागत पर ट्रेन होने के बावजूद जल्द ही दुनिया के लीडिंग AI सिस्टम में से एक बन गया। इसका प्रभाव इतना बड़ा था कि इसने Nvidia के मार्केट वैल्यू से लगभग आधा ट्रिलियन डॉलर कम कर दिया और राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसे 'वेक-अप कॉल' कहा।

    ज्यादातर लीडिंग वेस्टर्न मॉडल्स के विपरीत, DeepSeek R1 पूरी तरह से ओपन-सोर्स है, जिससे कोई भी इसे डाउनलोड करके इसके साथ प्रयोग कर सकता है। इस अप्रोच ने रिसर्च को बढ़ावा दिया है और ग्लोबल AI इकोसिस्टम के भीतर प्रभाव को बदला है। हालांकि U.S. कुल मिलाकर मजबूत बना हुआ है। लेकिन, चीनी कंपनियां Alibaba जैसी फर्मों के साथ अब ओपन-सोर्स AI में आगे हैं, जिससे 2025 के अंत तक चीन इस क्षेत्र में साफ तौर पर सबसे आगे हो गया है।

    AI ने 'सोचना' शुरू कर दिया

    ChatGPT के शुरुआती वर्जन असल में तर्क नहीं करते थे और आसान और जटिल दोनों तरह के सवालों के लिए समान कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल करते थे। ये 2024 में "रीजनिंग मॉडल' की शुरुआत के साथ बदल गया, जो मुश्किल समस्याओं को ज्यादा बेहतर ढंग से सॉल्व करने के लिए थॉट्स की लंबी इंटरनल चेन बनाते हैं। 2025 में, Google DeepMind और OpenAI के इन मॉडल्स ने बड़ी सफलताएं हासिल कीं, जिसमें इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड में गोल्ड जीतना और नए मैथेमेटिकल रिजल्ट देना शामिल है।

    सबसे जरूरी बात ये है कि Google DeepMind ने खुलासा किया कि उसके Gemini Pro रीजनिंग मॉडल ने अपनी ट्रेनिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद की। हालांकि फायदे मामूली थे, ये AI सिस्टम की ओर एक शुरुआती कदम था जो खुद को बेहतर बना सकते हैं, जिससे भविष्य में एडवांस्ड AI सिस्टम के कंट्रोल और अंडस्टैंडिंग के बारे में उत्साह और चिंता दोनों बढ़ रही हैं।

    ट्रम्प ने 'रेस जीतने' का रखा टारगेट

    ट्रम्प के दूसरे प्रशासन काल में अमेरिकी AI पॉलिसी को रेगुलेशन से हटाकर ग्लोबल कॉम्पिटिशन की ओर मोड़ दिया और 'रेस जीतने' को प्राथमिकता दी। वापसी करने पर डोनाल्ड ट्रम्प ने बाइडेन-युग के AI एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को रद्द कर दिया और प्रोजेक्ट स्टारगेट लॉन्च किया, जो OpenAI, Oracle और SoftBank के लीडर्स के साथ अनाउंस किया गया 500 बिलियन डॉलर का इंफ्रास्ट्रक्चर पुश था।

    उनके प्रशासन ने पावर प्लांट और डेटा सेंटर के लिए अप्रूवल को तेजी से मंजूरी दी, चीन को AI चिप एक्सपोर्ट की लिमिट्स में ढील दी और राज्य-स्तर पर AI रेगुलेशन को रोकने की कोशिश की। जहां Nvidia के CEO जेनसेन हुआंग ने एक्सपोर्ट में बदलाव का स्वागत किया, आलोचकों का तर्क है कि इससे चीन मजबूत हो सकता है और कम्युनिटी, वर्कर्स और बच्चों के लिए सुरक्षा कमजोर हो सकती है। ये चिंताएं सीनेटर जोश हॉले ने भी जताईं।

    AI कंपनियों का इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च 1 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंचा

    2025 में, AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़कर 1 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच गया, जिससे संभावित इन्वेस्टमेंट बबल के बारे में चिंताएं बढ़ने लगीं। बड़े पैमाने पर डेटा-सेंटर के निर्माण ने AI को वो बना दिया जिसे इन्वेस्टर पॉल केड्रोस्की एक कैपिटल 'ब्लैक होल' बताते हैं। इन्वेस्टर का भरोसा अभी भी ज्यादा है, OpenAI और Anthropic जैसी कंपनियों को Nvidia और Microsoft जैसी फर्मों से फंडिंग मिल रही है और फिर वे इसका ज्यादातर हिस्सा चिप्स और क्लाउड सेवाओं पर खर्च कर रही हैं। इससे Nvidia को ऐतिहासिक 4 ट्रिलियन डॉलर और 5 ट्रिलियन डॉलर वैल्यूएशन तक पहुंचने में मदद मिली। हालांकि, AI बूम बहुत ज्यादा केंद्रित है। सिर्फ सात आपस में जुड़ी टेक फर्मों का अब S&P 500 में 30 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा है।

    इंसानों का मशीनों के साथ रिश्ता

    2025 में, AI के साथ इंसानी रिश्तों ने एक परेशान करने वाला मोड़ लिया क्योंकि चैटबॉट यूजर्स के लिए भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण हो गए। एक रिपोर्ट किए गए मामले में 16 साल के एडम रेन शामिल थे, जिन्होंने ChatGPT को अपने आत्महत्या के विचारों के बारे में बताया और बाद में आत्महत्या कर ली, जिससे मुकदमे हुए और सार्वजनिक गुस्सा भड़का। इस घटना ने इस आलोचना को हवा दी कि AI सिस्टम कमजोर यूजर्स की भावनाओं को खतरनाक तरीके से मजबूत कर सकते हैं।

    रेन्स के वकील जे एडेलसन ने 2025 को AI नुकसान की बहसों में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया, जबकि OpenAI ने तर्क दिया कि चैटबॉट का गलत इस्तेमाल किया गया था। बढ़ती जांच और कानूनी दबाव के जवाब में, OpenAI और Character.AI समेत बाकी AI फर्मों ने सख्त सुरक्षा उपाय पेश किए। ChatGPT के प्रमुख निक टर्ली ने कहा कि मॉडल अपडेट ने तब से हार्मफुल रिस्पॉन्स को कम कर दिया है, ये इस बात को हाइलाइट करता कि AI कितनी गहराई से इंसानी मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक जीवन के साथ जुड़ने लगा था।

    यह भी पढ़ें: WhatsApp में जल्द आ सकता है ये नया फीचर, चल रही है टेस्टिंग