Vastu Tips for Silver Ring: इस उंगली में धारण करें चांदी की अंगूठी, सेहत से लेकर आर्थिक स्थिति में होगा लाभ
चांदी कीमती धातुओं में से एक है। चांदी की अंगूठी पहननें की परम्परा बहुत पहले से चली आ रही है। अगर इसे सही उंगली में पहना जाए तो इसके विशेष लाभ मिलते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार चांदी की अंगूठी या आभूषण पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Vastu Tips for Silver Ring: महिलाओं के बीच चांदी के जेवर जैसे-पायल, अंगूठी, बिछिया आदि काफी लोकप्रिय है। हिंदू धर्म में चांदी को बहुत ही शुभ धातु माना गया है। वास्तु शास्त्र में चांदी की अंगूठी पहनने के विशेष लाभ बताए गए हैं।
शरीर के लिए क्या हैं चांदी के लाभ
ज्योतिष के अनुसार, चांदी शुक्र और चंद्रमा से जुड़ी हुई धातु है जो वैभव संपन्नता को बढ़ाती है। शरीर में चांदी के आभूषण धारण करने से जल तत्व नियंत्रित होता है। जिसका लाभ शरीर पर भी होता है।
किस उंगली में पहने अंगूठी
चांदी की अंगूठी हमेशा दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहननी चाहिए। ऐसे में यदि विधि और विधान के साथ चांदी की अंगूठी को धारण किया जाता है तो शुक्र और चंद्रमा का परिणाम शुभ हो जाता है। मस्तिष्क को शांति मिलती है जिससे अधिक गुस्सा करने वाले व्यक्ति के अंदर गुस्सा कम हो जाता है और वह स्वयं पर नियंत्रण कर लेता है।
चांदी की अंगूठी के क्या हैं लाभ
अगर आप भी मान-सम्मान बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए चांदी की अंगूठी या छल्ला धारण करें। इससे विशेष लाभ मिलते हैं। शुक्र और चंद्रमा के अच्छे प्रभाव से व्यक्ति की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। चेहरे पर चमक दिखाई देती है साथ ही चेहरे के दाग धब्बे तक मिट जाते हैं।
बनेगी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा
यदि आप चाहते हैं कि घर में लक्ष्मी जी का निवास हमेशा बना रहे तो हमेशा चांदी की अंगूठी कनिष्ठा उंगली में पहन कर रखें या फिर चांदी का टुकड़ा अपनी तिजोरी में रखें। इससे घर में लक्ष्मी का वास रहता है।
By- Suman Saini
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