Vastu Tips: घर में इस जगह पर बैठकर भूलकर भी न करें भोजन, मिलेगा अशुभ फल
लोगों के जीवन में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। माना जाता है कि किसी काम को करने के लिए वास्तु के नियम का पालन करना चाहिए। वास्तु जानकारों की मानें तो नियम का पालन न करने से व्यक्ति को अशुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। इसी प्रकार वास्तु शास्त्र में भोजन से जुड़े नियम के बारे में बताया गया है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व बताया है। किसी भी काम को करने के लिए वास्तु शास्त्र में शुभ दिशा के बारे में बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इन नियम का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही जीवन में शुभ परिणाम देखने को मिलते हैं। वास्तु शास्त्र में भोजन से जुड़े नियम का वर्णन भी किया गया है।
माना जाता है कि वास्तु के नियम को नजरअंदाज करने से व्यक्ति को वास्तु दोष की समस्या का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक तंगी भी होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, भोजन करते समय वास्तु से जुड़े नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक होता है। इससे घर में सुख-शांति का वास होता है। साथ ही परिवार के सदस्यों पर मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा देवी की कृपा से जीवन में कभी भी अन्न के भंडार खाली नहीं होते हैं। ऐसे में चलिए विस्तार से जानते हैं भोजन से जुड़े नियम के बारे में।
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इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- एक बात का विशेष ध्यान रखें कि घर की चौखट (दहलीज) पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, घर की चौखट पर देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे कहा जाता है कि इस जगह पर बैठकर खाना खाने से देवी-देवता नाराज हो सकते हैं। साथ ही कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी भूलकर टूटे या जूठे बर्तन में खाना नहीं खाना चाहिए। ऐसे माना जाता है कि इस तरह की गलती को करने से व्यक्ति को दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है। साथ ही जीवन में अशुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
- इसके अलावा खाना खाते समय एक बात का विशेष ध्यान रखें कि आपका मुंह उत्तर या फिर पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। वहीं, दक्षिण दिशा में भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि दक्षिण दिशा को पितरों की मानी जाती है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी बिस्तर पर बैठकर खाना नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है। व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। भोजन को हमेशा जमीन पर बैठकर ही करना चाहिए।
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