New Year 2025: जीवन में होना चाहते हैं सफल, तो नए साल पर इन बातों को जरूर बांध लें गांठ
इतिहास गवाह है कि संसार में जितने भी व्यक्ति सफल हुए हैं उनकी अपनी सुव्यवस्थित जीवन नीति थी जिसे उन्होंने विश्वासपूर्वक अपनाई। उस नीति की शुरुआत दिनचर्या से होती है। इसे जो जितना सुव्यवस्थित कर सकेगा उसके जीवन का एक दिन उतना ही सफल होगा। किसी ने ठीक ही कहा है कि अच्छी शुरुआत ही आधी सफलता बन जाती है।

डा. प्रणव पण्ड्या (कुलाधिपति, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार)। एक मजदूर बड़े परिश्रम से कुछ चावल कमाकर घर ला रहा था। अचानक चावल की गठरी में छेद हो गया और धीरे-धीरे चावल पीछे की ओर गिरता गया। जब पीछे देखा तो उसे होश आया। काश! मैं इन दानों को फिर से पा सकूं, पर वह मिल नहीं सकता था। बेचारा खाली हाथ घर लौटा, दिन भर का परिश्रम, चावलों का बिखर जाना, पेट की भूख की ज्वाला, इन तीनों की याद उसे बेचैन कर रही थी, पर कोई उपाय नहीं था। शायद हमारा यह वर्ष 2024 कुछ इसी तरह बीता। एक-एक दिन चावल के दाने की तरह बिखरते गए और हम हाथ मलते रहे।
पीछे मुड़कर देखो, वर्ष 2024 अब भी हमें निहार रहा है। मुड़-मुड़ कर हमारी अकर्मण्यता, निष्क्रियता, आसलीपन पर हंस रहा है। हमारी उपलब्धि पर हमें कोस रहा है। अरे मैं तो पूरे समय तेरे ही पास रहा, लेकिन तू छूंछ का छूंछ ही रहा। यद्यपि पछतावा हमें भी हो रहा है, पर अब पछताए होत क्या...। कोई कुर्सी के लिए दौड़ रहा था, कोई धन के लिए, तो कोई किसी और के लिए। खैर, कोई बात नहीं, अब वर्ष 2024 का तहेदिल से स्वागत करें। चलो, हम सक्रिय हो जाएं और कम से कम अपनी गठरी को ठीक से बांध लें। अपने समय के दानों को बचा लें।
इतिहास गवाह है कि संसार में जितने भी व्यक्ति सफल हुए हैं, उनकी अपनी सुव्यवस्थित जीवन नीति थी, जिसे उन्होंने विश्वासपूर्वक अपनाई। उस नीति की शुरुआत दिनचर्या से होती है। इसे जो जितना सुव्यवस्थित कर सकेगा, उसके जीवन का एक दिन उतना ही सफल होगा। किसी ने ठीक ही कहा है कि अच्छी शुरुआत ही आधी सफलता बन जाती है।
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इन नियम का करें पालन
सफल होने के सूत्र बताते हुए युगद्रष्टा पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी कहते हैं कि सूर्योदय से पहले उठना और अपने इष्ट को कुछ पल याद करें और दिन भर के कार्यक्रमों का निर्धारण कर लेना चाहिए। नियमित रूप से अपनी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करने वाला प्रार्थना करनी चाहिए और मानसिक स्तर सुदृढ़ करने के लिए श्रेष्ठ साहित्य का सतत स्वाध्याय करना चाहिए।
पिछले की चिंता छोडें। भविष्य को सुधारने, सफल होने के लिए कुछ ऐसे बिंदु हैं, जिनका संकल्प लेकर आगे बढ़ सकते हैं, जैसे -समय प्रबंधन, आर्थिक प्रबंधन,आत्मविश्वास बढ़ाने, सकारात्मक सोच अपनाने, सीखने का निरंतर प्रयास करने, व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत करने, धैर्य और समर्पण, दुर्व्यसनों का परित्याग करने आदि। इनसे आप नववर्ष में अपने जीवन को सुधार सकते हैं और इच्छित सफलता की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
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