Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yogini Ekadashi 2025: घर पर नहीं ठहर रही हैं लक्ष्मी, तो योगिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान

    Updated: Thu, 19 Jun 2025 12:34 PM (IST)

    योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi 2025) हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखती है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है। वहीं इस साल यह 21 जून 2025 को मनाई जाएगी।

    Hero Image
    Yogini Ekadashi 2025: योगिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को सबसे उत्तम तिथि माना गया है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। हर एकादशी का अपना एक विशेष महत्व है। आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने से सभी पापों का अंत होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल यह (Yogini Ekadashi 2025) 21 जून, 2025 को मनाई जाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    योगिनी एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त (Yogini Ekadashi 2025 Shubh Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून को सुबह 07 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 22 जून को सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होगा। ऐसे में 21 जून को योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

    योगिनी एकादशी पर करें इन चीजों का दान (Yogini Ekadashi 2025 Daan List)

    • अन्न का दान - योगिनी एकादशी पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न का दान करना बहुत अच्छा माना जाता है। ऐसे में आप चावल, गेहूं, दाल या आटा दान कर सकते हैं। इससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है।
    • वस्त्र का दान - इस दिन वस्त्रों का दान करना भी बहुत शुभ होता है। खासकर पीले रंग के वस्त्र भगवान विष्णु को प्रिय होते हैं। ऐसे में आप किसी ब्राह्मण, गरीब व्यक्ति को वस्त्र दान कर सकते हैं।
    • फलों का दान - मौसमी फलों का दान करने से लक्ष्मी माता खुश होती हैं। ऐसे में आप मंदिर में या फिर किसी गरीब बच्चे को फल दान कर सकते हैं।
    • जल का दान - गर्मी के मौसम में योगिनी एकादशी पड़ती है। ऐसे में इस दिन प्याऊ लगवाकर या राहगीरों को जल पिलाकर पुण्य फल कमाया जा सकता है। कहा जाता है कि जल दान करने से घर में सुख-शांति आती है।
    • धन - इस पावन तिथि पर ब्राह्मणों या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अपनी श्रद्धा अनुसार दक्षिणा दें। यह दान को पूर्णता देता है।

    यह भी पढ़ें: Gupt Navratri 2025: 25 या 26 जून, कब शुरू होगी गुप्त नवरात्र? भूलकर भी न करें ये काम

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।