Lord Hanuman: कब और किसने दिया हनुमान जी को गदा? जिसकी मदद से युद्ध में किया था मेघनाथ का सामना
सनातन धर्म में मंगलवार (Mangalwar Ke Upay) का दिन भगवान हनुमान जी की पूजा-अर्चना करना शुभ माना जाता है। साथ ही विशेष चीजों का भोग लगाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और कारोबार में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए जानते हैं हनुमान जी (Lord Hanuman) को गदा कैसे प्राप्त हुआ?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मंगलवार का दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए शुभ माना जाता है। सच्चे मन से बजरंगबली की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिषियों के अनुसार, हनुमान जी की उपासना करने से कुंडली में मंगल दोष का बुरा प्रभाव खत्म होता है।
ज्योतिष कुंडली में मंगल दोष होने पर हनुमान जी (Hanuman gada) की पूजा-अर्चना करने की सलाह देते हैं। इससे सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। हनुमान जी की मूर्ति में उनके हाथ में गदा देखने को मिलता है। जो धर्म और सत्य के प्रति निष्ठा का प्रतीक माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी को गदा (divine weapon) कैसे मिला? अगर नहीं पता, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी कथा (mythology details) के बारे में।
हनुमान जी का गदा का उल्लेख महाभारत और रामायण में किया गया है। पौराणिक कथा के अनुसार, कम उम्र में हनुमान जी बेहद बलवान और शक्तिशाली थे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धन कुबेर ने हनुमान जी को गदा उपहार के रूप में दिया था। साथ ही भगवान धन कुबेर ने बजरंगबली को आशीर्वाद दिया था कि तुम इस गदा की मदद से सभी तरह के युद्ध में विजय प्राप्त करोगे। इसी वजह से हनुमान जी के गदा को कौमोदकी गदा के नाम से जाना जाता है।
Mangalwar ke Upay: मंगलवार के दिन पूजा के समय करें ये आसान उपाय, खुशियों से भर जाएगी खाली झोली
गदा से जुड़ी विशेष बातें
धार्मिक मान्यता के अनुसार, हनुमान जी के गदा की पूजा करने से शक्ति, बल और साहस की प्राप्ति होती है। हनुमान जी के गदा में अद्भुत शक्ति है, जो हमले का बचाव करती है। हनुमान जी ने गदा का प्रयोग मेघनाद से युद्ध करने के लिए किया था।
हनुमान जी के गदा से सीख मिलती है कि जीवन में सच और धर्म के मार्ग पर चलने से सफलता मिलती है। सच और धर्म के रास्ते पर चलने वाले को कोई हरा नहीं सकता है। हनुमान चालीसा में गदा का वर्णन किया गया है। मंगलवार और शनिवार के दिन सच्चे मन से गदा की पूजा करने से सभी संकट और दुख दूर होते हैं।
यह भी पढ़ें: Ramayan: कब और कहां हुई थी भगवान राम और हनुमान जी की पहली मुलाकात?
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।