Vrindavan Temples: बांके बिहारी के दर्शन के साथ वृंदावन के इन मंदिरों के दर्शन से पूरी होगी यात्रा
वृंदावन की यात्रा में बांके बिहारी जी के दर्शन के साथ श्री राधारमण मंदिर राधावल्लभ मंदिर और इस्कॉन मंदिर जैसे कई अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों (Vrindavan Temples) के दर्शन करना भी विशेष माना जाता है। यह अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। कहा जाता है कि इन धामों के दर्शन के बिना वृंदावन यात्रा अधूरी मानी जाती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वृंदावन यात्रा को लेकर कई सारी मान्यताए हैं, जिनका अपना महत्व है। ऐसे में अगर आप बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो वहां कई ऐसे अन्य मंदिर हैं जिनके दर्शन भी जरूर करें। ऐसा माना जाता है कि इन धामों (Vrindavan Temples) के बिना यह यात्रा अधूरी मानी जाती है, तो आइए इन मंदिरों और उनके महत्व के बारे में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
श्री राधारमण मंदिर (Sri Radharaman Temple)
बांके बिहारी मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित श्री राधारमण मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। माना जाता है कि यहां श्री राधारमण जी की प्रतिमा स्वयं ही प्रकट हुई थी और इसमें भगवान श्री कृष्ण के मुखारविंद के दर्शन होते हैं।
कहते हैं कि राधारमण जी के दर्शन के बिना बिहारी जी की पूजा अधूरी मानी जाती है, क्योंकि यह इस यात्रा का अहम भाग माना जाता है।
श्री राधावल्लभ मंदिर (Shri Radhavallabh Temple)
राधावल्लभ मंदिर भी वृंदावन के महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है, जो राधा और कृष्ण के 'युगल स्वरूप' की भक्ति का प्रतीक है। इस धाम में भगवान कृष्ण के वक्षस्थल पर राधारानी का प्रतीक स्वर्णपट्ट स्थापित है। इस मंदिर की अपनी एक अनूठी मान्यता है। कहा जाता है कि राधावल्लभ जी के दर्शन से प्रेम और भक्ति की प्राप्ति होती है, और यह राधा-कृष्ण के अटूट प्रेम का प्रतीक हैं।
इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple)
वृंदावन की यात्रा परल अगर आप निकलें हैं, तो इस्कॉन मंदिर के दर्शन के लिए भी जरूर जाएं। यह भव्य मंदिर भगवान कृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम को समर्पित है। यहां की आरती और कीर्तन भक्तों को एक अलग ही अनुभव देते हैं। इस्कॉन मंदिर में विश्वभर से आए भक्तों को सात्विक ऊर्जा और मन की शांति मिलती है।
प्रेम मंदिर (Prem Mandir)
प्रेम मंदिर अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह वृंदावन के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह पावन धाम राधा-कृष्ण और सीता-राम को समर्पित है। वहीं, इसकी वास्तुकला और शाम के समय होने वाला लाइट एंड साउंड शो बहुत ज्यादा खूबसूरत लगता है। यह भक्ति और कला का अद्भुत संगम भी है।
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