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    Vidur Niti: विदुर नीति में बताई गई इन बातों को न करें अनदेखा, जीवन में मिलेगी मनचाही सफलता

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Sat, 24 Dec 2022 06:02 PM (IST)

    Vidur Niti हर इंसान अपने जीवन में सफल होना चाहता है पर सफलता प्राप्त करना आसान बात नहीं है। तो चलिए जानते हैं विदुर नीति में दिए गए सफलता प्राप्त करने के कुछ बिंदुओं के बारे में वो भी श्लोक सहित।

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    Vidur Niti: विदुर नीति में सफलता प्राप्त करने के कुछ बिंदुओं के बारे में श्लोक द्वारा बताया गया है।

    नई दिल्ली, Vidur Niti: हर इंसान अपने जीवन में सफल होना चाहता है पर सफलता प्राप्त करना आसान बात नहीं है। ऐसे में सही शिक्षा और मार्गदर्शन इसमें सबसे ज्यादा सहायक होते हैं। हालांकि आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में सही मार्गदर्शक मिलना कठिन है। तो चलिए जानते हैं विदुर नीति में दिए गए सफलता प्राप्त करने के कुछ बिंदुओं के बारे में, वो भी श्लोक सहित।

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    विदुर नीति से जानिए सफलता का रहस्य (Vidur Niti in Hindi)

    यत् सुखं सेवमानोपि धर्मार्थाभ्यां न हीयते।

    कामं तुदपसेवेत न मूढव्रतमाचरेत्।।

    विदुर नीति में इस श्लोक का बहुत महत्व है। इस श्लोक के माध्यम से व्यक्ति विशेष की आजादी के बारे में समाज को मार्गदर्शन दिया गया है। इस श्लोक में बताया गया है कि हर व्यक्ति आजाद है कि वह धर्म और न्याय के रास्ते पर चलकर सुख-सुविधा प्राप्त कर सकता है।

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    हालांकि व्यक्ति को उन सुख-सुविधाओं में इतना नहीं खोना चाहिए कि देखते-देखते वह अधर्म की राह पर चल पड़े। व्यक्ति को धर्म और न्याय की राह को कभी भूलकर भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। अच्छे विचारों वाले व्यक्ति भी कई बार धन और काम के लोभ में अधर्म को अपना लेते हैं।

    वृत्तं यत्नेन संरक्षेद् वित्तमेति च याति च।

    अक्षीणो वित्तत: क्षीणो वृत्ततस्तु हतो हत:।।

    विदुर नीति में इस श्लोक का भी काफी महत्व है। यह श्लोक हमें अपने चरित्र की रक्षा करने की शिक्षा दे रहा है। विदुर का कहना है कि धन तो आता-जाता है पर चरित्र पर एक बार दाग लग जाए, तो जीवनभर नहीं मिटता। धन भले ही खत्म हो जाए पर इंसान का चरित्र साफ होना चाहिए। धन तो कमाया भी जा सकता है परंतु चरित्र नहीं।

    डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'