जनवरी से लेकर दिसंबर तक, खरीदारी के लिए बन रहे हैं कई मंगलकारी मुहूर्त, मिलेगा शुभ फल
हिंदू धर्म में कोई भी चीज खरीदना हो तो उसके लिए समय का विशेष ध्यान देना पड़ता है। इसलिए कुछ भी लेने से पहले लोग कई बार सोचते हैं और विचारते हैं फिर सभी वास्तु नियमों का पालन करते हैं। ऐसे में साल 2025 में खरीदारी के लिए कितने शुभ मुहूर्त (Shopping Muhurat 2025) हैं और ये कब -कब पड़ रहे हैं आइए यहां जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में सभी शुभ कार्यों को करने से पहले मुहूर्त का खास ध्यान रखने को कहा जाता है, जिनमें से एक खरीदारी का कार्य भी शामिल है। यह व्यक्ति के लिए बहुत खास पल होता है। साथ ही इसका हमारे जीवन पर भी असर पड़ता है। इसलिए कहते हैं कि कैसी भी खरीदारी हो उस दौरान समय का विशेष ध्यान रखें, तो आइए पंचांग के अनुसार, खरीदने के शुभ मुहूर्त (Shopping Muhurat 2025) जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।
खरीदारी शुभ मुहूर्त (Purchase Muhurat 2025)
साल 2025 में 365 में से 172 दिन शुभ हैं। जनवरी में तीन अमृत सिद्धि योग हैं। पहला 7 जनवरी को पड़ रहा है। 9 मार्च को और 24 मार्च को गुरु पुष्य नक्षत्र बन रहा है। इसके साथ जनवरी से दिसंबर तक 114 सर्वार्थ सिद्धि, 27 अमृत सिद्धि, 2 गुरु पुष्य और 2 रवि पुष्य नक्षत्र और 27 त्रिपुष्कर योग बन रहे हैं।
ऐसे में कुल 172 दिन शुभ योग का संयोग बन रहा है। ज्योतिष गणना के आधार पर 16 जनवरी से विवाह से जुड़े सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। कहा जा रहा है कि इस माह में विवाह के 10 शुभ मुहूर्त हैं।
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इस दौरान भी कर सकते हैं शुभ काम
इसके अलावा आकाश मंडल में 27 नक्षत्र होते हैं। इनमें से सबसे शुभ पुष्य नक्षत्र को माना जाता है। इन 27 में आठवां नक्षत्र पुष्य होता है। पुष्य नक्षत्र शनि, गुरु और चंद्र का प्रभाव रहने से ये खरीदारी के साथ नए काम की शुरुआत के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है। ऐसे में इस दौरान आप किसी भी प्रकार की खरीदारी और शुभ कार्य कर सकते हैं।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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