Shardiya Navratri में इन कामों को करने से मिलेगी मां लक्ष्मी की कृपा, धन-धान्य से भरा रहेगा भंडार
मान्यताओं के अनुसार शारदीय नवरात्र (Navratri 2025) की अवधि में देवी मां के निमित्त व्रत और पूजा करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस दौरान आप देवी लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। इस साल शारदीय नवरात्र की शुरुआत सोमवार 22 सिंतबर से हो चुकी है। जिसका समापन 1 अक्टूबर को होगा। इस नौ दिनों की अवधि में मां दुर्गा के नौ रूपों की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि नवरात्र की पावन अवधि में आप किस प्रकार देवी लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपको धन-समृद्धि का आशीर्वाद मिल सकता है।
जरूर रखें इन बातों का ध्यान
माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए नवरात्र की अवधि में घर व मंदिर को साफ-सुथरा रखें। क्योंकि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी का वास केवल उसी स्थान पर होता है, जहां साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है। इसके साथ ही घर के मुख्य द्वार पर भी सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि यहीं से सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रवेश होता है और घर में खुशहाली आती है।
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कर सकते हैं ये काम
शारदीय नवरात्र (Navratri rituals) के दौरान रोजाना कपूर जरूर जलाएं। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा की प्राप्ति तो होती ही है, साथ ही वातावरण में मौजूद नकारात्मकता दूर होती है। ऐसा रोजाना करने से आपको वास्तु दोष से भी छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही नवरात्र की अवधि में रोजाना शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक भी जरूर जलाएं। ऐसा करने से जातक व उसके परिवार पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
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तभी मिलेगी मां लक्ष्मी की कृपा
जातक को इस बात का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए, कि मां लक्ष्मी केवल उसी घर में निवास करती हैं, जहां महिलाओं का सम्मान किया जाए। नवरात्र की अवधि देवी मां की आराधना के लिए समर्पित है। ऐसे में अगर आपको घर में महिलाओं का अपमान किया जाता है, तो इससे आप देवी दुर्गा के साथ-साथ मां लक्ष्मी की कृपा से भी वंचित रह जाते हैं। इससे आपको धन संबंंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
करें इन मंत्रों का जप
1. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
2. ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
3. श्री लक्ष्मी बीज मंत्र -
ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः।।
4. लक्ष्मी प्रार्थना मंत्र -
नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।।
5. श्री लक्ष्मी महामंत्र -
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
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