Sawan 2025: सावन में क्यों नहीं कटवाते बाल और दाढ़ी, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण
सावन का महीना जो 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान भक्त जलाभिषेक करते हैं और कांवड़ यात्राएं निकालते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार भक्त शारीरिक श्रृंगार से दूर रहकर तपस्या पर ध्यान केंद्रित करते हैं इसलिए दाढ़ी और बाल नहीं कटवाते।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन 11 जुलाई 2025 से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान शिवालयों में भोलेनाथ के भक्त जलाभिषेक करेंगे। जगह कांवड़ यात्राएं निकली जाएंगी। इसके साथ ही इस महीने में खास बात देखने को मिलती है कि पुरुष दाढ़ी और बाल नहीं कटवाते हैं।
सावन के महीने में दाढ़ी और बाल बढ़ाए हुए कई सारे लोग आपको अपने आस-पास देखने के लिए मिलेंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि सावन के महीने में ऐसा क्यों होता है? दरअसल, इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों तरह के कारण है। आज हम इसके बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
धार्मिक कारण यह है
सबसे पहले बात करते हैं सावन के महीने में दाढ़ी और बाल न कटवाने का धार्मिक कारण क्या है। दरअसल, इस दौरान भगवान शिव की पूजा और तपस्या पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इस दौरान लोग स्वयं को भूलकर अपने शारीरिक श्रृंगार को छोड़ दें।
यह समय सिर्फ शिवजी की तपस्या पर ध्यान देने का हो। इसलिए दाढ़ी और बाल कटवाने से मना किया जाता है। ताकि उसमें समय बर्बाद न हो। इसके आलावा यह भी माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत अखंडित रहता है।
यह भी पढ़ें- Kawad Yatra 2025: कितने तरह की होती है कांवड़ यात्रा, क्या-क्या होते हैं उनके नियम
वैज्ञानिक कारण ये हैं
सावन के महीने में दाढ़ी और बाल न कटवाने का वैज्ञानिक कारण यह है कि बारिश के कारण संक्रमण का खतरा अधिक होता है। उस दौरान बाल कटवाने या दाढ़ी बनवाने से कटने या छिलने का डर रहता है। इससे घाव या संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है।
दरअसल, मानसून के सीजन में धूप की कमी के कारण घाव देरी से भरते हैं। लिहाजा, इस दौरान कटने या छिलने से लगी हुई चोट को भरने में लंबा समय लगता है। यदि सही से देखभाल न की जाए, तो संक्रमण होने से स्थितियां गंभीर हो सकती हैं।
वहीं, दाढ़ी और बाल प्राकृतिक अवरोध का काम करते हैं। नमी और गंदगी के कारण मानसून के समय में फंगल इन्फेक्शन और त्वचा संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसी वजह से इस दौरान दाढ़ी और बाल न कटवाने की सलाह दी जाती है।
यह भी पढ़ें- Kanwar Yatra 2025: महिलाएं भी कर सकती हैं कांवड़ यात्रा, जानिए किन बातों का उन्हें रखना चाहिए ध्यान
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।