Sawan 2025: सावन के महीने में यदि तुलसी पर निकलें मंजरी, तो कर लीजिए ये उपाय... दूर होंगी परेशानियां
सावन के महीने में तुलसी पर मंजरी का आना शुभ संकेत माना जाता है। यह घर में सुख शांति और समृद्धि लाने का प्रतीक है। मंजरी घर के वास्तु दोष दूर करने में भी सहायक होती है। तुलसी की मंजरी को जल में डालकर घर में छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन के महीने में यदि तुलसी पर मंजरी आ जाए, तो इसका मतलब है कि आपके घर में कोई शुभ समाचार जल्दी आने वाला है। तुलसी के पत्ते को भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा में चढ़ाया जाता है लेकिन भगवान शिव पर तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाया जाता है।
हालांकि, सावन के महीने में जब तुलसी के पौधे पर मंजरी आने लगती है, तो यह संकेत देती है कि घर में सुख शांति और समृद्धि आने वाली है। यह भी संकेत देती है कि भगवान लक्ष्मी नारायण की कृपा घर पर बनी रहेगी और धन लाभ के योग बनते दिखेंगे।
जीवन की परेशानियां ऐसे करें दूर
सावन में तुलसी पर आने वाली मंजरी घर के वास्तु दोष को भी दूर करने में मददगार साबित होती है। एक लोटे में जल भरकर उसमें तुलसी की मंजरी डाल दें। इसके बाद उस जल का छिड़काव पूरे घर में कर दें। इससे घर में फैली निगेटिविटी दूर होती है।
तुलसी की मंजरी को तांबे के एक लोटे में जल भरकर उसमें डाल दें। इसे थोड़ी देर के लिए ढंक कर रख दें। इसके बाद में इस जल से शिवलिंग का अभिषेक करने से जीवन में आ रही बढ़ाएं दूर होती हैं।
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ऐसा करने से घर में आती हैं लक्ष्मी
यदि आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो तुलसी की मंजरी के ये उपाय कर सकते हैं। सबसे पहले तो सावन के महीने में तुलसी की कुछ मंजरी लेकर उन्हें धूप में सुखा लें। इसके बाद उन्हें हरे रंग के एक कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। कहते हैं इससे कभी तिजोरी खाली नहीं रहती है।
इसके अलावा एक और उपाय किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी की मंजरी को सावन के महीने में 7 दिनों तक माता लक्ष्मी के चरणों में चढ़ाकर उन्हें अपने पर्स में रख लें। इससे कभी पर्स खाली नहीं रहता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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