Sawan 2025: सावन में इस बार पड़ेंगे कितने सोमवार, कब से शुरू होगा माह… नोट करें तारीख
सावन के सोमवार के व्रत रखने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। विवाहित स्त्रियों को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन के महीने में देवाधिदेव महादेव धरती पर वास करते हैं और अपने भक्तों का कल्याण करते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। बाबा भोलेनाथ के भक्तों के लिए सावन महीने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि सावन के दौरान शिवजी धरती पर रहते हैं। इसी वजह से जुलाई-अगस्त में सावन के महीने में बाबा के भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक करके उन्हें प्रसन्न करने का हर संभव प्रयास करते हैं।
बम-बम भोले और बोल बम के नारों के साथ जगह-जगह पर कांवड़ यात्रा निकाली जाती है। सावन के सोमवार के दिन शिवालयों में लंबी कतारें लगती हैं। आखिर हो भी क्यों न… ये महीना स्वयं देवाधिदेव महादेव को प्रिय जो है।
श्रद्धालु भोलेनाथ की विधि विधान पूजा करके उनका आशीर्वाद चाहते हैं। मान्यता है कि सावन के सोमवार के व्रत रखने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। विवाहित स्त्रियों को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सावन महीना कब से कब तक रहेगा
इस साल सावन (Sawan 2025 Start Date) का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। इस बार कुल 4 सोमवार पड़ेंगे। सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ेगा। इस महीने में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने के साथ ही मंगला गौरी व्रत भी किया जाता है।
सावन सोमवार 2025 लिस्ट
- सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई 2025
- सावन का दूसरा सोमवार 21 जुलाई 2025
- सावन का तीसरा सोमवार 28 जुलाई 2025
- सावन का चौथा सोमवार 04 अगस्त 2025
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सावन में भोलेनाथ को क्या चढ़ाएं
सावन के महीने में यदि संभव हो, तो गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें। यदि वह उपलब्ध न हो सके, तो भगवान शिव के मंत्रों का जाप करते हुए शुद्ध जल, दूध, दही, शहद, गन्ने के रस से अभिषेक करें। इसके बाद शिवलिंग पर भांग, धतूरा, बेलपत्र, फूल, मिठाई आदि चढ़ाएं।
पूजन के अंत में शिव चालीसा का पाठ करें और शिवजी की आरती करें। ऐसा करने से देवाधिदेव महादेव का आशीर्वाद मिलता है और उनकी कृपा से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं।
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