Samudrik Shastra: हथेली के शुक्र पर्वत पर तिल वाले होते हैं चार्मिंग, लेकिन मैरिड लाइफ में आती हैं परेशानियां
हस्तरेखा के आधार पर भविष्य के संकेतों के बारे में बताया जाता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, शुक्र पर्वत पर तिल होना (mole meaning on Venus mount) मिले-जुले रिजल्ट्स देता है। आइए जानते हैं कैसी होती है इन लोगों की पर्सनैलिटी और उन्हें क्या करने चाहिए उपाय।

हथेली में अंगूठे के ठीक नीचे का क्षेत्र शुक्र पर्वत का कहलाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुखों, प्रेम, सौंदर्य, कला आदि का कारक माना जाता है। यदि शुक्र ग्रह मजबूत होता है, तो उस व्यक्ति को जीवन में किसी भी तरह की लग्जरी की कमी नहीं होती है। हथेली में अंगूठे के ठीक नीचे का क्षेत्र शुक्र पर्वत का कहलाता है।
शुक्र पर्वत पर तिल (fortune signs in Samudrik Shastra) वाले लोगों को जीवन में धन और ऐश्वर्य भरपूर मिलता है। हथेली पर शुक्र पर्वत यदि दबा हुआ हो या उसमें लालिमा न हो या वहां पर बहुत सारे कट्स हों, तो यह दिखाता है कि व्यक्ति का शुक्र कमजोर है। ऐसे लोगों को कोई सुख नहीं मिलता है।
-1750938282850.jpg)
लोगों को कर लेते हैं आकर्षित
हथेली के शुक्र पर्वत पर यदि तिल का निशान है, तो यह बताता है कि व्यक्ति कला प्रेमी, सौंदर्य का प्रशंसक और रचनात्मकता से भरा हुआ है। ऐसे लोग प्रेमी होते हैं। इनका व्यक्तित्व आकर्षक होता है।
शुक्र पर्वत पर तिल यह भी बताता है कि व्यक्ति के पास धन की कोई कमी नहीं होगी। व्यापार और अन्य आर्थिक कार्यों से सफलता मिलने की प्रबल संभावनाएं रहती हैं।
ऐसे लोग जिस भी व्यक्ति को देखते हैं या जिससे मिलते हैं, वह उनके आकर्षक व्यक्तित्व का कायल हो जाता है। सामने वाला व्यक्ति ऐसे लोगों की बिना तारीफ किए हुए नहीं रह सकता। ऐसे लोग दूसरों को बड़ी जल्दी प्रभावित कर लेते हैं।
यह भी पढ़ें- Samudrik Shastra: हथेली के गुरु पर्वत पर तिल हो, तो जिंदगी भर मिलती है दौलत शोहरत
इस तरह की आती हैं परेशानियां
शुक्र पर्वत पर तिल होने के कुछ नकारात्मक पक्ष भी हैं। ऐसे लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं हो सकती हैं। पार्टनर के साथ कलह, छोटी-छोटी बातों पर विवाद हो सकते हैं। सरकारी काम में या नौकरी में भी परेशानियां उठानी होती है।
इसके अलावा शुक्र से संबंधित बीमारियां भी इन्हें हो सकती हैं। ऐसे लोगों को डायबिटीज, किडनी रोग, प्रोस्टेट, यौन समस्याएं, आंखों की बीमारियां, सांस संबंधी बीमारियां और गुर्दे से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इससे बचने के लिए शुक्र पर्वत पर इत्र लगाना चाहिए।
यह भी पढ़ें- Palmistry Secrets: शुक्र पर्वत पर गोले का निशान लग्जरी बहुत देता है, लेकिन ये चेतावनी भी पढ़ लें
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।